दिग्गज अभिनेता का किडनी फेलियर से हुआ निधन, जानें इस खतरनाक बिमारी के शुरुआती लक्षण
punjabkesari.in Sunday, Oct 26, 2025 - 04:01 PM (IST)
नेशनल डेस्क : भारतीय सिनेमा जगत का जाना-माना चेहरा, सतीश शाह, अब हमारे बीच नहीं रहे। 25 अक्टूबर की दोपहर मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में उनका निधन हो गया। इस खबर से उनके चाहने वालों और फैंस को गहरा सदमा लगा है। सतीश शाह ने अपने करियर में कई यादगार किरदार निभाए, लेकिन 'Sarabhai vs Sarabhai' में इंद्रवधन साराभाई के रूप में उनका अभिनय आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है।
किडनी फेलियर से हुई सतीश शाह की मौत
सतीश शाह की मौत किडनी फेलियर के कारण हुई। किडनी फेलियर तब होता है जब किडनी अपने काम यानी ब्लड से टॉक्सिन और अतिरिक्त तरल पदार्थ को फिल्टर करने की क्षमता खो देती है। समय पर इलाज न होने पर यह स्थिति गंभीर हो सकती है और धीरे-धीरे एक्यूट या क्रॉनिक किडनी फेलियर में बदल सकती है।

किडनी फेल होने के शुरुआती लक्षण
किडनी की समस्या शुरू होने पर शरीर कई संकेत देता है। इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। मुख्य लक्षण हैं:
- लगातार थकान और कमजोरी
- टखनों, पैरों या आंखों के आसपास सूजन
- पेशाब में बदलाव: ज्यादा या कम मात्रा, झागदार पेशाब, या खून आना
- भूख कम लगना, मिचली या उल्टी
- लगातार खुजली या सूखी, पपड़ीदार त्वचा
- लेटे हुए या सोते समय सांस लेने में कठिनाई
किडनी फेल होने के प्रमुख कारण
किडनी फेलियर के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं:
- लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर
- अनियंत्रित डायबिटीज
- बार-बार होने वाले किडनी इंफेक्शन
- किडनी स्टोन या अन्य रुकावटें
किडनी को हेल्दी रखने के उपाय
किडनी की सेहत बनाए रखने के लिए कुछ सावधानियां बेहद जरूरी हैं:
1. पर्याप्त पानी पिएं: दिन में 6-8 गिलास पानी पीना जरूरी है। यह शरीर से टॉक्सिन और अपशिष्ट बाहर निकालता है।
2. हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट अपनाएं: अधिक नमक, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड से बचें। सब्जियां, फल, साबुत अनाज और दालें शामिल करें।
3. ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित रखें: हाई ब्लड प्रेशर और अनियंत्रित डायबिटीज किडनी फेलियर का मुख्य कारण हैं। नियमित जांच और दवाइयों का सेवन जरूरी है।
4. ज्यादा दवाइयों का सेवन न करें: लंबे समय तक पेनकिलर्स और कुछ एंटीबायोटिक्स का सेवन किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
5. नियमित एक्सरसाइज और फिटनेस: हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और किडनी स्वस्थ रहती है।
6. अल्कोहल और धूम्रपान से बचें: ये किडनी पर दबाव डालते हैं और फेल होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं।
7. नियमित किडनी जांच कराएं: खासकर 40 साल के बाद साल में 1-2 बार किडनी की जांच जरूरी है। शुरुआती लक्षण पकड़कर गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
