वेदांत बिरला ने PM मोदी के कैंपेन से जुड़ने के लिए बनाया खास प्लान
punjabkesari.in Wednesday, Nov 18, 2020 - 01:12 PM (IST)
नई दिल्ली। बिरला प्रिसीजन टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर वेदांत बिरला (Vedant Birla) ने हाल ही में बताया कि वह किस तरह पीएम नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर भारत कैंपेन से जुड़े हैं। उन्होंने कंपनी की भविष्य की प्लानिंग, लॉकडाउन और अध्यात्म से जुड़े विषयों पर बात की।
बिरला ने अपने बारे में और अब तक के अनुभवों पर बात करते हुए बताया, मैं बिरला परिवार की छठवीं पुश्त का हिस्सा हूं। इस वक्त मैं बिरला प्रिसीजन टेक्नोलॉजीज का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भी हूं। यह एक पब्लिकली लिस्टेड कंपनी है जिसके ऑटोमोटिव क्षेत्र में पूरे भारत में पांच फैक्ट्रियां हैं। इसके अलावा मैं बिरला ब्रदर्स मंडल, बिरला परिवार के इन्वेस्टमेंट वेहिकल और कृष्ण अर्पण ट्रस्ट का भी सदस्य हूं जो नॉन प्रॉफिट यूनिवर्सिटी और कॉलेज चलाता है।बिरला प्रिसीजन टेक्नोलॉजी किस तरह पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत कैंपेन में हिस्सा ले रही है, इस पर वेदांत बिरला ने बताया, 'इन दिनों हम अपनी पांचवी योजना पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं जिसमें हम लोग खेती और हार्डवेयर के उपकरण का उत्पाद बढ़ा रहे हैं। अभी तक इन उपकरणों का आयात चीन से होता था।
पांच साल बाद आप बिरला प्रिसीजन टेक्नोलॉजीज को कहां देखते हैं और उसके लिए क्या कदम उठा रहे हैं? इस सवाल पर वेदांत कहते हैं, 'जैसा कि मैंने आपको बताया कि हम अपनी कंपनी के जरिए भारत में ग्रामीण और हार्डवेयर सेक्टर को अधिक मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। इसके लिए हम एक नया प्लांट भी लगा रहे हैं। हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाने में मुख्य भूमिका निभाना चाहते हैं। इसके अलावा इस समय हमारी स्थिति जो ऑटोमोटिव क्षेत्र में है, उसे भी बढ़ाना चाहते हैं।'
लॉक डाउन में आपकी सबसे बड़ी सीख क्या रही और सबसे मुश्किल और सबसे खुशहाल पल कौन सा रहा है? इस पर वेदांत बिरला ने बताया, 'इस लॉकडाउन में मेरी सबसे बड़ी सीख आंतरिक सुख (इनर पीस) की प्राप्ति रही। इससे मेरे जीवन के हर क्षेत्र में खुशियां भर गईं। सबसे कठिन पल तब था जब लॉकडाउन की घोषणा हुई थी और हमें हमारे सारे प्लांट्स रातोंरात बंद करने पड़े थे। खुशहाल पल की बात की जाए तो वह परिवार के साथ बिताया समय था।'वेदांत बिरला एक योग प्रेमी भी हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों योग क्यों जरूरी है और इसका लाभ क्या है। वह कहते हैं, 'योग से लाभ यह है कि यह जीवन के हर क्षण में आनंद की अनुभूति कराता है। शारीरिक तौर पर सेहतमंद रखता है। हमारे आंतरिक स्वभाव को भी मजबूत करता है। ये सारी चीजें इस कठिन समय में जरूरी हैं, इसलिए योग जरूरी है।
क्या आप स्पिरिचुअल फाउंडेशन का हिस्सा हैं?
इस सवाल पर बिरला ने कहा, 'मैं सभी आध्यात्मिक मार्गों का आदर करता हूं लेकिन मेरे हिसाब से सबसे अच्छा आर्ट ऑफ लिविंग है। वे योगा, प्राणायाम, ध्यान और ज्ञान के जरिए आपके जीवन में आध्यात्मिक और भौतिक संसार में दक्षता से कार्य करने का ज्ञान देते हैं।'बातचीत के दौरान बिरला ने यह भी बताया कि वह योग और अध्यात्म को युवाओं में किस प्रकार बढ़ाना चाह रहे हैं। वह कहते हैं, 'इस लॉकडाउन में हमने बहुत से इंजीनियरिंग कॉलेजों और अपने इंडस्ट्रियल साइट्स के लोगों को संबोधित करते हुए उन्हें अध्यात्म और योग के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित किया है। लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लिया है। उनके द्वारा दिखाई गई प्रतिक्रिया हमारे लिए काफी उत्साहवर्धक रही।'
यह पूछे जाने पर कि जिन लोगों को अभी भी आध्यात्मिक दुनिया का ज्ञान नहीं है, उनके लिए आप क्या कहना चाहते हैं, इस पर वेदांत ने कहा, 'अगर कोई व्यक्ति अपनी चिंता और डर के ऊपर ज्यादा ध्यान देता है तो उसको आध्यात्मिक ज्ञान की प्रप्ति देरी से होगी लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपनी जिंदगी पूरे उत्साह, ऊर्जा और खुशी के साथ जीता है तो उसे अपनी दैनिक दिनचर्या में अध्यात्म के लिए जरूर समय निकालना चाहिए।'