ठुकरा के मेरा प्यार, इंतकाम देखेगी... गर्लफ्रेंड ने दिया धोखा तो लड़के ने क्रैक कर डाला UPSC
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 12:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क. UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा की तैयारी एक मुश्किल और लंबा सफर होता है। इसमें लगातार हौसला और मेहनत की ज़रूरत होती है। कई बार अपनी ज़िंदगी की परेशानियां इस तैयारी को और भी कठिन बना देती हैं। खासकर जब युवा उम्मीदवारों की ज़िंदगी में प्यार या ब्रेकअप जैसी बातें आ जाती हैं, तो ध्यान लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन दिल टूटने के बाद भी अपने लक्ष्य पर बने रहना ही असली हिम्मत, संघर्ष और समर्पण दिखाता है।
हिंदी मीडियम से पढ़कर पाई सफलता
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले उत्कर्ष श्रीवास्तव ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पूरे भारत में 498वीं रैंक हासिल की है। यह सफलता उन्हें आसानी से नहीं मिली। इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और कई मुश्किलों से लड़ने की कहानी है। उन्होंने गोरखपुर के दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है। उत्कर्ष ने हिंदी मीडियम से पढ़ाई की और अपनी सफलता का श्रेय एम. लक्ष्मीकांत की 'भारतीय राजनीति' और NCERT की किताबों को दिया।
प्यार में मिला धोखा, पर नहीं टूटी हिम्मत
UPSC की तैयारी के दौरान उत्कर्ष को अपनी निजी ज़िंदगी में भी एक बड़ा दुख मिला। उनकी गर्लफ्रेंड ने उनसे रिश्ता तोड़ दिया, जिससे वे अंदर से टूट गए। इस मुश्किल वक़्त में वे पूरी तरह हार मान सकते थे, लेकिन उन्होंने अपने दर्द को ही अपनी ताकत बना लिया। उन्होंने अपने दिल के दुख को पढ़ाई की ऊर्जा में बदला और UPSC की तैयारी में पूरी जान लगा दी, जब उनकी गर्लफ्रेंड ने उनसे बात करना भी बंद कर दिया, तब भी उत्कर्ष ने हिम्मत नहीं हारी और अपने सपनों को ही अपना सहारा बना लिया।
अभी और आगे बढ़ना है
आज उत्कर्ष श्रीवास्तव देश के बड़े अफसरों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। लेकिन उनके इस सफर का यह अंत नहीं है। उन्होंने कहा है कि वे आगे भी UPSC सिविल सेवा परीक्षा देते रहेंगे ताकि वे और अच्छी रैंक ला सकें। उनके अंदर हमेशा सीखते रहने और खुद को बेहतर बनाने की इच्छा है, जो उन्हें और भी ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
प्रेरणा की मिसाल बने उत्कर्ष
उत्कर्ष की कहानी यह दिखाती है कि अगर आपका दिल मजबूत हो और आपका लक्ष्य साफ हो, तो ज़िंदगी की कोई भी परेशानी आपको रोक नहीं सकती। प्यार में धोखा मिलना ज़िंदगी का हिस्सा हो सकता है, लेकिन हार मान लेना सही नहीं है। उत्कर्ष जैसे युवाओं से हर UPSC की तैयारी करने वाले को प्रेरणा लेनी चाहिए।