100% Tariff Attack : चीन और भारत पर अमेरिकी वार? ट्रंप ने EU से कहा – लगा दो 100% टैरिफ
punjabkesari.in Wednesday, Sep 10, 2025 - 07:24 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने आक्रामक अंतरराष्ट्रीय रुख का संकेत दिया है। हाल ही में एक कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए उन्होंने यूरोपीय संघ (EU) के अधिकारियों से अपील की कि वे चीन और भारत पर 100% तक टैरिफ लगाएं, ताकि रूस पर दबाव बढ़ाया जा सके और यूक्रेन युद्ध में उसकी आर्थिक क्षमता को कम किया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, यह बातचीत यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के दूत डेविड ओ'सुलिवन और अन्य EU अधिकारियों के साथ हुई। ये प्रतिनिधि फिलहाल वॉशिंगटन में हैं, जहां दोनों पक्ष रूस पर प्रतिबंधों के बेहतर समन्वय को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
हम साथ करेंगे तो असर ज्यादा होगा– अमेरिका का EU से संदेश
एक यूरोपीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका ने साफ संकेत दिए हैं कि यदि EU साथ आता है, तो वॉशिंगटन भी इन देशों पर समान सख्त टैरिफ लगाने को तैयार है। EU अधिकारी के अनुसार, “वे सीधे तौर पर कह रहे हैं – अगर तुम साथ आओगे, तो हम भी ये कदम उठाएंगे।”
इस रणनीति से EU की अब तक की नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि अब तक यूरोपीय संघ रूस को अलग-थलग करने के लिए प्रतिबंधों (sanctions) पर ही जोर देता आया है, टैरिफ का सहारा कम ही लिया गया है।
रूस की रीढ़: तेल खरीदते चीन और भारत
चीन और भारत दोनों ही रूस से भारी मात्रा में क्रूड ऑयल खरीदते हैं। यही वजह है कि इन दोनों देशों को ट्रंप रूस की आर्थिक मजबूती का अहम स्तंभ मानते हैं। ट्रंप का मानना है कि जब तक चीन और भारत रूस से ऊर्जा खरीदते रहेंगे, तब तक यूक्रेन पर रूस की कार्रवाई को आर्थिक रूप से कमजोर करना मुश्किल रहेगा।
भारत को लेकर ट्रंप का दोहरा रुख
जहां एक ओर ट्रंप ने भारत पर सख्त टैरिफ की वकालत की है, वहीं मंगलवार शाम को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने पर काम चल रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं। “भारत और अमेरिका के बीच व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर काम हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से जल्द चर्चा करूंगा।” – ट्रंप
गर्मियों में भारत पर पहले ही बढ़ा चुके हैं शुल्क
गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने गर्मियों के दौरान भारत पर टैरिफ में 25% की बढ़ोतरी पहले ही कर दी थी। यह कदम भी भारत-रूस आर्थिक रिश्तों को लेकर उठाया गया था। हालांकि ट्रंप ने अब तक उन और भी सख्त विकल्पों को अमल में नहीं लाया है, जिनका वह पहले संकेत दे चुके हैं।
EU खुद भी रूस से पूरी तरह नहीं तोड़ पाया संबंध
ट्रंप ने पूर्व में यह भी कहा था कि यूरोप ने अभी तक पूरी तरह रूस से खुद को अलग नहीं किया है। पिछले साल EU की कुल गैस आयात में करीब 19% हिस्सा रूस से आया था, हालांकि यूरोपीय संघ ने यह ऐलान किया है कि वह आने वाले समय में रूसी ऊर्जा पर अपनी निर्भरता पूरी तरह खत्म कर देगा।
क्या बदलेगी EU की रणनीति?
ट्रंप की इस नई अपील से अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या यूरोपीय संघ अपनी मौजूदा रणनीति में बदलाव करता है या नहीं। अमेरिका की तरफ से साझा टैरिफ की पेशकश EU को मजबूती दे सकती है, लेकिन भारत और चीन जैसे व्यापारिक भागीदारों के साथ रिश्ते बिगाड़ने का जोखिम भी बना रहेगा।