उर्जित पटेल के 3 बड़े काम, जिन्होंने बदल दी भारत की इकोनॉमी

punjabkesari.in Monday, Dec 10, 2018 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्कः सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बीच चली आ रही तनातनी के बीच आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पटेल ने 4 सितंबर 2016 का आरबीआई गवर्नर का पद संभाला था। लेकिन उनके कार्यकाल के दूसरे महीने में ही देश की इकोनॉमी की दिशा बदल गई।

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दरअसल, 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया,जिसमें 500 और 1000 रुपये के नोट अवैध हो गए। ऐसा माना जाता है कि नोटबंदी के फैसला सरकार ने लिया था, जिस पर उर्जित पटेल को सहमत होना पड़ा। यहीं से सरकार और आरबीआई के बीच एक खाई भी देखने को मिली।

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उर्जित पटेल आरबीआई के पहले ऐसे गर्वनर बने, जिन्होंने 200 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के नए नोट पर साइन किए। दरअसल, भारतीय इकोनॉमी में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 200 रुपए और 2000 रुपये के नए नोट चलन में आए हैं। पटेल के कार्यकाल में ही 10 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के नोट की तस्वीर बदल गई।

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बैंकों की एनपीए लंबे समय से एक समस्या रही है, लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए आरबीआई ने बैंकों की सुस्ती पर फटकार लगाई। इसके अलावा उन्होंने एनपीए को वापस लाने के लिए कई अहम फैसले लिए। डिफॉल्टर्स पर नकेल कसने के लिए इन्सॉलवेंसी एंड बैंकरप्टसी कोड (आईबीसी) को लागू करने में अहम भूमिका निभाई।

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गौरतलब है कि हाल ही में केंद्रीय बैंक गवर्नर और केंद्र सरकार में स्वायत्तता को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। हालांकि, इस विवाद के बाद केंद्र सरकार में बयान दिया था, कि उसके और केंद्र सरकार के बीच स्वायत्तता को लेकर कोई विवाद नहीं है। 
 


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Yaspal

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