UPI का धमाका! अगस्त में रोजाना ₹90,000 करोड़ से ज्यादा का हुआ लेन-देन

punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 06:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में UPI का इस्तेमाल 2025 में और तेज़ी से बढ़ा है। SBI की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई अब देश की डिजिटल पेमेंट्स व्यवस्था की रीढ़ बन चुका है।

वैल्यू में रिकॉर्ड ग्रोथ

रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2025 में जहां औसत दैनिक यूपीआई लेन-देन की वैल्यू ₹75,743 करोड़ थी। जुलाई में यह बढ़कर ₹80,919 करोड़ हो गई। अगस्त में इसमें और तेज़ी आई और यह औसत रोज़ाना ₹90,446 करोड़ तक पहुँच गई।

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वॉल्यूम में भी बड़ा इजाफा

 वैल्यू के अलावा वॉल्यूम में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। जनवरी से अगस्त के बीच औसत दैनिक ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 127 मिलियन बढ़कर 675 मिलियन हो गया। इसका साफ मतलब है कि छोटे-से-छोटे पेमेंट से लेकर बड़े ट्रांजैक्शन तक भारतीय अब सबसे ज़्यादा भरोसा यूपीआई पर ही कर रहे हैं।

बैंकिंग सेक्टर में कौन आगे?

  • SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) – सबसे बड़ा remitter member (पैसे भेजने वाला बैंक) बना, जिसने 5.2 बिलियन ट्रांजैक्शन संभाले। यह संख्या दूसरे सबसे बड़े बैंक से लगभग 3.4 गुना ज्यादा है।

  • YES बैंक – सबसे बड़ा beneficiary member (पैसे प्राप्त करने वाला बैंक) बना, जिसके जरिए लगभग 8 बिलियन ट्रांजैक्शन प्राप्त हुए।

यह ट्रेंड दिखाता है कि जहां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पैसे भेजने में आगे हैं, वहीं निजी बैंक पैसे प्राप्त करने में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

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राज्यवार आंकड़े पहली बार जारी

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पहली बार यूपीआई लेन-देन के राज्यवार आंकड़े जारी किए हैं। इसमें:

  • महाराष्ट्र – 9.8% हिस्सेदारी के साथ नंबर-1 राज्य रहा।

  • कर्नाटक – 5.5% हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर।

  • उत्तर प्रदेश – 5.3% हिस्सेदारी के साथ टॉप-5 में शामिल एकमात्र उत्तरी भारतीय राज्य।


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News Editor

Radhika

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