केंद्रीय बजट 2025: क्यों रखा जाता है बजट को गुप्त और क्या होती है लीक होने पर सजा?
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2025 - 10:16 AM (IST)
नेशनल डेस्क। आज 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश होने जा रहा है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत के ऋण, वित्तीय खर्चों और नई योजनाओं की जानकारी संसद और देश की जनता के सामने रखेंगी। इस बजट से देश को बहुत सी उम्मीदें हैं जैसे इनकम टैक्स में छूट, एआई तकनीक के लिए योजनाएं और रोजगार के अवसरों में वृद्धि। वहीं बजट से जुड़ी जानकारी अभी तक गुप्त है और इसकी सही जानकारी किसी के पास नहीं है। आइए जानते हैं कि आखिर बजट को गुप्त क्यों रखा जाता है और इसके लीक होने पर क्या प्रभाव होते हैं।
1. बजट को गुप्त क्यों रखा जाता है?
केंद्रीय बजट या राज्यों का बजट हमेशा से पेश होने से पहले गुप्त रखा जाता है। इसकी वजह यह है कि बजट आर्थिक गतिविधियों और सरकार की योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी होती है। अगर यह जानकारी पहले लीक हो जाती है तो इससे गलत तरीके से फायदा उठाया जा सकता है खासकर अर्थव्यवस्था से जुड़े फैसलों को जानकारियां पहले से मिल जाने से गलत नीतियां लागू हो सकती हैं। इसके अलावा बजट में किए जाने वाले बदलावों की जानकारी पहले से निवेशकों तक पहुँचने से शेयर बाजार में अस्थिरता आ सकती है और कर नीति में बदलाव से महंगाई बढ़ने की संभावना हो सकती है।
2. बजट कब-कब लीक हुआ है?
भारत में बजट लीक होने की दो प्रमुख घटनाएं हुई हैं:
1947 में ब्रिटिश सरकार द्वारा लीक हुआ बजट: स्वतंत्रता के बाद 1947 में भारत का पहला बजट पेश होना था लेकिन ब्रिटिश सरकार की गलती से बजट का अधिकांश हिस्सा मीडिया में लीक हो गया। यह जानकारी ब्रिटिश वित्त मंत्री ह्यू डॉल्टन के जरिए ब्रिटिश संसद में ही लीक हुई थी। इसके कारण डॉल्टन को इस्तीफा देना पड़ा।
1950 में भारत के वित्त मंत्री का इस्तीफा: 1950 में जब भारत के वित्त मंत्री जॉन मथई थे तब भी बजट के दस्तावेज लीक हो गए थे। इस घटना के बाद भारत में बजट की सुरक्षा को सख्त किया गया और यह तय किया गया कि बजट की छपाई राष्ट्रपति भवन में ही होगी।
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3. बजट की गोपनीयता कैसे बरकरार रखी जाती है?
बजट की सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए जाते हैं। 1950 में लीक हुई घटना के बाद सरकार ने बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। बजट की तैयारी शुरू होने से लेकर संसद में पेश होने तक इसे गुप्त रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाती है।
सुरक्षा इंतजाम: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (CISF) और खुफिया विभाग के अधिकारियों की तैनाती होती है। बजट से जुड़े सभी अधिकारियों के फोन की ट्रैकिंग की जाती है और उन्हें ऑफिस से बाहर नहीं जाने दिया जाता।
बजट की छपाई: बजट दस्तावेज की छपाई सिर्फ दो दिन पहले शुरू होती है ताकि इसकी जानकारी पहले से लीक न हो।
4. बजट लीक होने पर क्या सजा होती है?
केंद्रीय बजट की जानकारी लीक करने पर गंभीर सजा का प्रावधान है। यह न केवल सरकार के लिए नुकसानदायक होता है बल्कि इससे पूरी आर्थिक व्यवस्था में अस्थिरता आ सकती है। अगर बजट लीक होता है तो संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और उन्हें सजा हो सकती है।
इसलिए बजट के दौरान गोपनीयता बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण होता है ताकि आर्थिक फैसले सही समय पर लागू हो सकें और किसी तरह का बाजार में अस्थिरता न आए।