भारतीय संस्कृति के दिवाने हुए रूसी जोड़े, हरिद्वार आकर हिंदू रीति-रिवाज से रचाई शादी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 03:21 PM (IST)

International Desk: विदेशियों में भारतीय संस्कृति के प्रति क्रेज दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। इसकी खूबसूरत मिसाल  हरिद्वार में तब देखने को मिली जब दो रूसी जोड़ों ने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया। अखंड परम धाम आश्रम में आयोजित इस शादी में वैदिक मंत्रोच्चार और पवित्र अग्नि के चारों ओर सात फेरों का पालन किया गया। एक मेहमान ने बताया कि इनमें से एक जोड़ा पिछले 20 वर्षों से शादीशुदा है और उनके तीन बच्चे भी हैं। उन्होंने भारतीय रीति-रिवाजों के साथ फिर से शादी करने का निर्णय लिया ताकि अपने रिश्ते को और मजबूत कर सकें। मेहमान ने कहा, "वे पहले ही अपने रिश्ते की मजबूती को परख चुके हैं और अब उन्हें विश्वास है कि उनका साथ जीवनभर रहेगा। भारतीय संस्कृति के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।" 

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आश्रम के पुजारियों ने पूरे विवाह समारोह का संचालन किया और इस अवसर पर बताया कि भारतीय संस्कृति के प्रति अंतर्राष्ट्रीय रुचि दिनोंदिन बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "हम हर साल ध्यान शिविर आयोजित करते हैं, जिसमें दुनियाभर से लोग आते हैं और आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए गुरुदेव भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।" पारंपरिक भारतीय पोशाक और उत्सवी माहौल शादी के दौरान जोड़ों ने पारंपरिक भारतीय परिधान धारण किए हुए थे और दुल्हनों ने अपने हाथों पर मेहंदी रचाई थी। समारोह में परिवार और दोस्तों ने फूलों की मालाएं पहनाकर इस खुशी के मौके को और भी खास बना दिया। सभी ने भारतीय संगीत पर गाते-नाचते हुए इस अनोखे विवाह का उत्सव मनाया।

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मेहमानों ने बताया कि रूसी जोड़े भारतीय संस्कृति से बेहद प्रभावित थे और वे एक ऐसा बंधन चाहते थे जो केवल एक जीवन तक सीमित न हो, बल्कि सात जन्मों तक चले। यह विचार भारतीय शादी की परंपरा से जुड़ा हुआ है, जिसमें विवाह को एक अटूट बंधन माना जाता है। इसी विश्वास ने उन्हें हिंदू रीति-रिवाजों से शादी करने की प्रेरणा दी। पहले भी रूसी जोड़े कर चुके हैं भारतीय शादियां यह पहली बार नहीं है जब रूसी नागरिकों ने भारतीय संस्कृति को अपनाकर हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया हो। अक्टूबर 2023 में भी तीन रूसी जोड़ों ने हरिद्वार के इसी आश्रम में पारंपरिक हिंदू तरीके से शादी की थी। भारतीय संस्कृति से प्रभावित 50 सदस्यीय रूसी तीर्थयात्री समूह का हिस्सा रहे इन जोड़ों ने भी वैदिक परंपराओं को अपनाते हुए अपने जीवनसाथी के साथ विवाह बंधन में बंधने का निर्णय लिया था। यह घटनाएं बताती हैं कि भारतीय संस्कृति का प्रभाव दुनियाभर में बढ़ रहा है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों के जीवन में भारतीय परंपराओं का विशेष स्थान बनता जा रहा है।


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Content Writer

Tanuja

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