देश के इस Beach पर लगा कछुओं का मेला, साल में 10 दिन दिखता है ऐसा नजारा

punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2025 - 06:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क : ओडिशा के रुशिकुल्या बीच पर इस समय एक अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है, जहां लाखों ऑलिव रिडले कछुए अंडे देने के लिए समुद्र तट पर आ रहे हैं। इस प्राकृतिक घटना को 'Arribada' कहा जाता है, जिसमें मादा कछुए एक साथ समुद्र के किनारे आकर गड्ढे खोदते हैं और अंडे देते हैं। यह प्रक्रिया केवल कुछ दिनों तक चलती है और इसे देखने के लिए पर्यटक और शोधकर्ता हमेशा उत्सुक रहते हैं। इस साल रिकॉर्ड 6.82 लाख कछुए यहां पहुंचे हैं, जिससे यह स्थान दुनिया के सबसे बड़े कछुआ अंडे देने वाले स्थानों में से एक बन गया है।

अब तक 6.82 लाख से ज्यादा कछुओं ने अंडे दिए हैं, जो पिछले साल के 6.37 लाख कछुओं के रिकॉर्ड से भी ज्यादा है। 2022 में 5.50 लाख कछुए यहां अंडे देने आए थे। वन विभाग का मानना है कि इस साल अनुकूल जलवायु के कारण इतनी बड़ी संख्या में कछुए पहुंचे हैं।

आमतौर पर यह घटना रात में होती है, लेकिन इस बार कछुए दिन के उजाले में अंडे दे रहे हैं, जो दुर्लभ है। यह दृश्य वन्यजीव प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए एक खास अनुभव बन गया है। भारतीय वन सेवा अधिकारी प्रवीन कसवान ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसे 40,000 से ज्यादा लोगों ने देखा है।

वन विभाग और भारतीय तटरक्षक बल कछुओं और उनके अंडों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। 9 किलोमीटर लंबी बाड़ लगाई गई है ताकि अंडों को शिकारियों और जानवरों से बचाया जा सके। इसके अलावा, 'ऑपरेशन ओलिविया' के तहत सुरक्षा बढ़ाई गई है, जिसका मकसद कछुओं को सुरक्षित अंडे देने में मदद करना है।

ऑलिव रिडले कछुए संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल हैं और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। मादा कछुए एक बार में 100 से ज्यादा अंडे देती हैं, जो 45-50 दिनों में फूटते हैं। इस बार समय पर अंडे देने से उम्मीद है कि अधिक कछुए जन्म ले सकेंगे और इनकी संख्या में वृद्धि होगी। इन कछुओं की रक्षा करना समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बेहद जरूरी है।


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News Editor

Parveen Kumar

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