पैरासिटामोल खाना क्या वाकई में है हानिकारक, WHO Expert ने इस पर क्या कहा? जानें
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 05:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क : दुनिया की सबसे लोकप्रिय दवाओं में शुमार पैरासिटामोल (अमेरिका में टाइलेनॉल के नाम से जाना जाता है) को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हालिया बयान विवादों का केंद्र बन गया है। व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने दावा किया कि गर्भावस्था के दौरान टाइलेनॉल का सेवन बच्चों में ऑटिज्म (आत्मकेंद्रित विकार) का खतरा बढ़ा सकता है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को इस दवा से दूर रहने की सलाह दी, लेकिन विशेषज्ञों और वैज्ञानिक समुदाय ने इसे आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया।
ट्रंप ने कहा, "गर्भवती महिलाओं को टाइलेनॉल न लें। इससे कोई नुकसान नहीं, बस थोड़ा दर्द सहना पड़ेगा।" उनके स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के नेतृत्व में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने दवा के लेबल पर चेतावनी जोड़ने की घोषणा की, जिसमें गर्भावस्था में इसके उपयोग को ऑटिज्म से जोड़ा गया। हालांकि, ट्रंप ने कोई नया वैज्ञानिक प्रमाण पेश नहीं किया।
टाइलेनॉल पैरासिटामोल का ब्रांड नाम है, जो ओवर-द-काउंटर दवा के रूप में उपलब्ध है। यह दर्द (सिरदर्द, पीठ दर्द, गठिया, दांत दर्द, मांसपेशियों की ऐंठन, मासिक धर्म दर्द) और बुखार को कम करने के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा संगठनों के अनुसार, डॉक्टर की सलाह पर इसका उपयोग गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है।
क्या पैरासिटामोल से ऑटिज्म का खतरा?
वैज्ञानिक समुदाय ने ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज कर दिया। डब्ल्यूएचओ की पूर्व चीफ साइंटिस्ट और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, "अब तक कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है जो पैरासिटामोल और ऑटिज्म के बीच संबंध साबित करे।" उन्होंने जोर दिया कि यह दवा दशकों से सुरक्षित रूप से इस्तेमाल हो रही है। भारतीय बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण शाह ने टीवी9 से बातचीत में कहा, "पैरासिटामोल सबसे सुरक्षित दवाओं में से एक है। स्त्री रोग एवं प्रसूति संघ (एफआईजीओ) इसका उपयोग सिफारिश करता है। जामा जर्नल की रिसर्च में भी इसे गर्भावस्था में सुरक्षित बताया गया है।"
अमेरिकी विशेषज्ञों का भी यही मत है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स (एसीओजी) के अनुसार, सावधानीपूर्वक उपयोग से कोई जोखिम नहीं। एक 2024 की स्वीडन स्टडी (2.5 मिलियन बच्चों पर) ने कोई कारण संबंध नहीं पाया। 2025 की एक समीक्षा (46 स्टडीज) में हल्का संबंध दिखा, लेकिन यह कारण-प्रभाव साबित नहीं करता। सिंगलिंग स्टडी में भाई-बहनों की तुलना से संबंध गायब हो गया, जो आनुवंशिक कारकों की ओर इशारा करता है।
ट्रंप का बयान
ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गर्भावस्था में टाइलेनॉल से बचना चाहिए, क्योंकि इससे ऑटिज्म का "बहुत बढ़ा खतरा" है। उन्होंने अमिश समुदाय और क्यूबा का उदाहरण दिया, जहां कथित रूप से ऑटिज्म के मामले कम हैं, लेकिन ये दावे गलत साबित हुए। विशेषज्ञों का कहना है कि बुखार या दर्द का इलाज न करना मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है, क्योंकि एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसे विकल्प गर्भावस्था में प्रतिबंधित हैं।
कंपनी ने किया खंडन
टाइलेनॉल बनाने वाली कंपनी केनव्यू ने बयान जारी कर कहा, "स्वतंत्र विज्ञान स्पष्ट रूप से दिखाता है कि पैरासिटामोल ऑटिज्म का कारण नहीं है।" डॉ. स्वामीनाथन ने चेतावनी दी कि किसी भी दवा की तरह, पैरासिटामोल का अधिक या लंबे समय तक उपयोग किडनी पर असर डाल सकता है, लेकिन सामान्य मात्रा में यह सुरक्षित है।
विशेषज्ञों की सलाह: घबराएं नहीं
ऑटिज्म साइंस फाउंडेशन ने घोषणा को "खतरनाक" बताया। डॉ. पीटर होटेज (टेक्सास चिल्ड्रंस हॉस्पिटल) ने कहा, "ऑटिज्म के 100 से अधिक जीन शामिल हैं; एक दवा को दोषी ठहराना गैर-जिम्मेदाराना है।" गर्भवती महिलाओं को सलाह है कि दर्द या बुखार होने पर डॉक्टर से परामर्श करें, न कि सोशल मीडिया या राजनीतिक बयानों पर भरोसा करें।
यह विवाद वैक्सीन-ऑटिज्म मिथक की याद दिलाता है, जो पहले ही खारिज हो चुका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार से साक्ष्य-आधारित नीतियां बनाने की अपील की है।