यह कैसा सडक़ सुरक्षा सप्ताह : नियमों का पाठ पढ़ाने वाले खुद उड़ा रहे नियमों की धज्जियां

punjabkesari.in Saturday, Feb 09, 2019 - 06:46 PM (IST)

 
कठुआ (गुरप्रीत)
: पूरे देश में यहां एक ओर राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय परिवहन विभाग के अलावा सहयोगी विभाग भी कई स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जिसमें बकायदा पुलिस , यातायात पुलिस के अधिकारी शिरकत कर रहे हैं और लोगों को नियमों का पाठ पढ़ा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर जमीनी स्तर पर कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं जो खुद ही नियमों की धज्जियां तोड़ रहे हैं। शहर की सडक़ों पर कुछ ऐसी ही स्थिति हर रोज देखने को मिलती है। परंतु सडक़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन हो रहा हो और दूसरी ओर यातायात पुलिस एवं स्थानीय पुलिस के अधिकारी नियमों की धज्जियां उड़ाए तो यह एक तरह से समाज के लिए गल्त संदेश जाएगा।

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शनिवार शहर में वी.वी.आई.पी. मूवमेंट के चलते विभिन्न पुलिस एवं यातायात पुलिस के अधिकारियों के काफिले सडक़ों पर दौड़ते रहे। ऐसे में कई पुलिस अधिकारियों ने खुद और उनके सरकारी वाहनों के चालकों ने सीट बेल्ट न बांध नियमों का खुद ही उल्लंघन किया। यातायात पुलिस के कठुआ के डी.टी.आई. के अलावा यातायात पुलिस के डी.एस.पी. और तो और कठुआ थाना के प्रभारी के सरकारी वाहन पर न तो अधिकारियों ने खुद सीट बेल्ट डाल रखी थी और न ही उनके वाहन चालक सीट बेल्ट बांधने के नियमों का पालन कर रहे थे। जिन्हें कैमरे में कैद किया गया। इसके अलावा अन्य कई अधिकारी भी बिना सीट बेल्ट के ही वाहनों पर सवार थे। ऐसे में अगर अधिकारी ही इस तरह की नियमों के पालन को लेकर बेमानी करेंगे तो फिर भला आम आदमी से नियमों का पालन करने को लेकर क्या उम्मीद की जा सकती है। अधिकािरयों को चाहिए कि वे दूसरों को पाठ पढ़ाने के बजाय जमीनी स्तर पर खुद भी नियमों का पालन करें। 
 

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शहर की सडक़ों पर हर रोज उड़ती है नियमों की धज्जियां
 सिर्फ अधिकारी ही नहीं बल्कि शहर की सडक़ों पर हर रोज नियमों की धज्जियां उड़ती है। हाई कोर्ट के आदेशों के बावजूद प्रतिबंध प्रेशर हार्न का इस्तेमाल जम्मू कठुआ रूट पर चलने वाले बसों के अलावा अन्य यात्री वाहन कर रहे हैं। बाइकों पर बिना हेलमेट के और तीन तीन सवार फर्राटा भरते हुए साफ नजर आ जाते हैं। ऐसे में अगर किसी को नियमों का पालन करना ही नहीं है तो फिर ऐसे आयोजनों का भी भला क्या महत्व रह जाएगा। 
 
 


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Monika Jamwal

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