Top 5 medicines: ट्रंप का 100% टैरिफ: भारत से अमेरिका जाती हैं ये 5 टॉप दवाइयां…200 देशों को सप्लाई करता है इंडिया
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 07:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा दवा निर्माता देश है और अमेरिका में भारतीय दवाओं का दबदबा है। ट्रंप सरकार ने हाल ही में ब्रांडेड दवाओं पर 100% टैरिफ लागू कर दिया है। अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि भारतीय कंपनियां कैसे इस चुनौती का सामना करेंगी और कौन-कौन सी दवाइयां अमेरिका तक पहुँचेंगी।
अमेरिका को सबसे ज्यादा भेजी जाने वाली दवाइयां
भारत से अमेरिका जेनेरिक और ब्रांडेड दोनों तरह की दवाइयां जाती हैं। सबसे ज्यादा जेनेरिक दवाओं में पेरासिटामोल, आइबुप्रोफेन, मेटफार्मिन, एटोरवास्टेटिन और ओमेप्राजोल शामिल हैं। डॉक्टरों और फार्मा एक्सपोर्टर्स के अनुसार, "जेनेरिक दवाएं हमेशा से अमेरिकी मार्केट में भरोसेमंद रही हैं।"
ब्रांडेड दवाओं का दबदबा
ब्रांडेड दवाओं में एंटीबायोटिक, हार्ट की दवाएं, डायबिटीज मेडिसिन, पेनकिलर, कैंसर और एंटीवायरस दवाएं शामिल हैं। फार्मा इंडस्ट्री के एक अधिकारी ने बताया, "कोविड के समय कुछ दवाओं के एक्सपोर्ट पर रोक लगी थी, जिससे जरूरी दवा स्टॉक में बनी रहे।"
दुनिया के 200 देशों में भारत का असर
भारतीय फार्मा कंपनियां सालाना करीब 25 बिलियन डॉलर की दवा विदेशों में एक्सपोर्ट करती हैं। अमेरिका इसके सबसे बड़े ग्राहक हैं, इसके बाद ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, ब्राजील और साउथ अफ्रीका प्रमुख हैं। प्रमुख कंपनियों में सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज, सिप्ला, ल्यूपिन, अरबिंदो फार्मा और ज़ाइडस लाइफसाइंसेज शामिल हैं।
टैरिफ का असर और भविष्य
ट्रंप का 100% टैरिफ सिर्फ ब्रांडेड दवाओं पर लागू होगा। जेनरिक दवाएं पहले की तरह अमेरिका जाती रहेंगी। अब देखना होगा कि भारतीय फार्मा सेक्टर इस टैरिफ के दबाव में अपनी अमेरिका एक्सपोर्ट रणनीति कैसे बदलता है और क्या नए मार्केट्स पर फोकस करेगा। इससे कई सवाल खड़े हुए हैं कि क्या ब्रांडेड दवाओं की कीमतें बढ़ेंगी या कंपनियां नए समाधान निकालेंगी।