कोलकाता रेप और हत्याकांड पर TMC सांसद ने खड़े किए सवाल, कहा- सुसाइड की खबर किसने और क्यों फैलाई ?
punjabkesari.in Sunday, Aug 18, 2024 - 02:52 PM (IST)
पश्चिम बंगाल : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की गंभीर घटना पर एक बार फिर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने एक्स पर पॉस्ट करते हुए कहा कि इस मामले की जांच में सीबीआई से पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर के खिलाफ निष्पक्ष और पारदर्शी पूछताछ करनी चाहिए। सुखेंदु शेखर रे ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस घटना की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए और इसके लिए सीबीआई को चाहिए कि वह कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ करे।
आत्महत्या की कहानी किसने और क्यों फैलाई
उनका कहना है कि यह जानना आवश्यक है कि आत्महत्या की कहानी किसने और क्यों फैलाई और इस घटना में किसका संरक्षण था। उन्होंने विशेष रूप से यह सवाल उठाया कि हॉल की दीवार क्यों गिराई गई और संजय रॉय (मुख्य आरोपी) को इतना शक्तिशाली बनाने के पीछे किसका हाथ था। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सवाल किया कि तीन दिन बाद खोजी कुत्ते का उपयोग क्यों किया गया। सुखेंदु शेखर रे के अनुसार, इन सभी सवालों के उत्तर जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि इस जघन्य अपराध के पीछे की सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने सीबीआई से अनुरोध किया है कि वे इन मुद्दों पर ध्यान दें और आरोपियों को जवाबदेह ठहराएं।
CBI must act fairly . Custodial interrogation of Ex Principal and Police Commissioner is a must to know who and why floated suicide story.Why wall of hall demolished, who patronised Roy to be so powerful, Why sniffer dog used after 3 days.100s of such questions. Make them speak
— Sukhendu Sekhar Ray (@Sukhendusekhar) August 17, 2024
कोलकाता महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर नहीं ...
सुखेंदु शेखर रे ने अपनी एक अन्य पोस्ट में यह लिखा था कि सभी अस्पतालों, स्कूलों, कॉलेजों, बलात्कार पीड़ितों के आश्रयगृहों और कार्यस्थल पर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एक कठोर और व्यापक केंद्रीय कानून की आवश्यकता है। उन्होंने इस संबंध में केंद्र सरकार को शीतकालीन सत्र के दौरान विधेयक पेश करने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने इस मामले के तुरंत बाद ही मुखर होकर अपनी राय व्यक्त की और कहा कि इस घटना ने यह गलतफहमी दूर कर दी है कि कोलकाता महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर है। उन्होंने इस संदर्भ में कहा कि इस तरह की घटनाओं ने महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उठाए गए दावों को झूठा साबित कर दिया है।
मेरे भी एक बेटी और एक छोटी पोती हैं
14 अगस्त को जब डॉक्टरों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया, तो तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने उनका समर्थन किया और कहा, "मैं इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहा हूँ, खासकर इसलिए क्योंकि मेरे भी एक बेटी और एक छोटी पोती हैं, जैसे लाखों बंगाली परिवारों के पास होती हैं। हमें इस समय एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए। महिलाओं के खिलाफ बढ़ती क्रूरता एक गंभीर समस्या बन गई है। हमें मिलकर इसका विरोध करना होगा, चाहे कुछ भी हो। दरिंदों को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है? जो भी इस अपराध का दोषी है, उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए।"
संदीप घोष पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं
सुखेंदु शेखर रे द्वारा उठाए गए सवालों में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। संदीप घोष पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। सीबीआई की टीम ने संदीप घोष से कई घंटे तक लगातार पूछताछ की है। इसके अलावा, कोलकाता हाईकोर्ट ने भी संदीप घोष को कड़ी फटकार लगाई थी।
संदीप घोष जैसा भ्रष्ट और गंदा व्यक्ति मैंने कभी नहीं देखा
मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उपाधीक्षक अख्तर अली ने संदीप घोष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "संदीप घोष जैसा भ्रष्ट और गंदा व्यक्ति मैंने कभी नहीं देखा। वह न केवल छात्रों को फेल करने के लिए, बल्कि हर काम के लिए 20% कमीशन लेता था। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में किसी भी प्रकार की पोस्टिंग या हाउस स्टाफ की शिफ्ट हो, हर जगह वह पैसे वसूल करता था। इसके साथ ही, कई छात्रों को शराब भी पिलाता था। संदीप घोष ने एक माफिया राज फैला रखा था और उसकी सुरक्षा के लिए 20 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे। मैंने फिल्म स्टार को बाउंसर के साथ चलते देखा है, लेकिन किसी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को इतनी सुरक्षा में नहीं देखा। वह अत्यंत शक्तिशाली है। मैंने 2023 में उसके खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।"