सैक्स के लिए नर व्हेल ने तीन महासागर किए पार, हजारों KM यात्रा कर तोड़ा रिकॉर्ड

punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2024 - 12:11 PM (IST)

International Desk: एक नर हंपबैक व्हेल ने अपने लिए सही मादायानि सैक्स की तलाश में समुद्र की अब तक की सबसे लंबी यात्रा की है। उसने 13,046 किलोमीटर  की दूरी तय करके नया रिकॉर्ड बनाया। यह यात्रा प्रशांत महासागर से शुरू होकर हिंद महासागर तक फैली हुई थी, जिसमें उसने तीन महासागर पार किए ।  यह खुलासा एक नई स्टडी में हुआ, जो मंगलवार (10 दिसंबर, 2024) को 'रॉयल सोसायटी ओपन साइंस' जर्नल में प्रकाशित हुई। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस यात्रा ने हंपबैक व्हेल प्रजाति (Megaptera novaeangliae) के लिए दो स्थानों के बीच अब तक की सबसे लंबी ग्रेट-सर्किल दूरी दर्ज की है।

 

ग्रेट-सर्किल दूरी पृथ्वी की गोलाकार सतह पर दो बिंदुओं के बीच की सबसे छोटी दूरी को कहते हैं। यह दूरी सीधी रेखा में न होकर पृथ्वी की वक्रता के अनुसार मापी जाती है।हर जीव के लिए एक सही साथी की तलाश और वंश बढ़ाने का सपना महत्वपूर्ण होता है। ऐसा ही सपना इस नर हंपबैक व्हेल ने देखा। उसने प्रशांत महासागर से अपनी यात्रा शुरू की और सही मादा की खोज में अटलांटिक महासागर से गुजरते हुए हिंद महासागर तक पहुंचा।  

 

वैज्ञानिकों ने कई वर्षों तक किया ट्रैक  
वैज्ञानिक इस नर व्हेल को कई वर्षों से ट्रैक कर रहे थे।  इस नर हंपबैक व्हेल ने उत्तरी प्रशांत महासागर के त्रिबुगा खाड़ी (कोलंबिया) से शुरू होकर हिंद महासागर के जंजीबार चैनल तक की यात्रा की। यह सफर लगभग 13,046 किलोमीटर लंबा था, जो इस प्रजाति के लिए अभूतपूर्व है।

  • पहली बार इस व्हेल को 10 जुलाई 2013 को उत्तरी कोलंबियन प्रशांत महासागर में देखा गया।
  • फिर 13 अगस्त 2017 को इसे प्रशांत महासागर में ट्रैक किया गया।
  • अंततः 22 अगस्त 2022 को इसे हिंद महासागर के जंजीबार चैनल में देखा गया।
     

3 महासागर किए पार
यह यात्रा हंपबैक व्हेल प्रजाति की अब तक की सबसे लंबी दूरी तय करने का रिकॉर्ड  है। इससे पहले किसी व्हेल ने इतनी बड़ी यात्रा नहीं की थी।  वैज्ञानिक टेड चीसमैन के अनुसार, इस नर व्हेल का मुख्य उद्देश्य सही मादा की तलाश था। शुरुआत में यह कोलंबिया से पूर्व दिशा की ओर बढ़ा और दक्षिणी सागर पहुंचा। वहां से यह अटलांटिक महासागर में गया, जहां उसने कई मादा व्हेल को आकर्षित करने की कोशिश की।  हालांकि, अटलांटिक में बात नहीं बनी। इसके बाद इस व्हेल ने हिंद महासागर की ओर अपनी यात्रा जारी रखी। इस पूरी यात्रा में यह हर सामान्य पैटर्न से अलग दिखा, क्योंकि आमतौर पर व्हेल हर साल उत्तर से दक्षिण की ओर 8,000 किलोमीटर तक की यात्रा करती हैं।  

 

मादा व्हेल का पुराना रिकॉर्ड टूटा  
व्हेल मछलियां प्रजनन के मौसम में अक्सर लंबी यात्राएं करती हैं। यह प्रकृति में उनके वंशवृद्धि का एक सामान्य हिस्सा है। लेकिन इस नर व्हेल की रिकॉर्ड तोड़ यात्रा ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है और समुद्री जीवन के बारे में पुरानी धारणाओं को बदल दिया है।  इस नर व्हेल की यात्रा ने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इससे पहले, 1999 से 2001 के बीच एक मादा हंपबैक व्हेल ने  ब्राजील से मैडागास्कर  तक  9,800 किलोमीटर  की यात्रा की थी। उसका उद्देश्य भी अपने लिए सही नर साथी की तलाश था। इस नर हंपबैक व्हेल की यात्रा यह साबित करती है कि साथी की तलाश और प्रजनन का उद्देश्य जीवों को असाधारण कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। इसकी यात्रा न केवल रिकॉर्ड तोड़ने वाली है, बल्कि वैज्ञानिकों के लिए समुद्री जीवन को समझने का एक नया आयाम भी प्रस्तुत करती है।  


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Content Writer

Tanuja