10 साल के बच्चे को बचाने टैंक में उतरे 3 लोग, तीनों की मौत… बच्चे की जान बची

punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 08:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जिले के सकरन थाना क्षेत्र के सुकेठा गांव में रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। गांव में बने एक सेप्टिक टैंक में 10 वर्षीय बच्चा विवेक गुप्ता फंस गया, जिसे बचाने के प्रयास में तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसा लापरवाही और सुरक्षा के अभाव में हुआ।

पन्नी निकालने टैंक में उतरा था बच्चा

जानकारी के अनुसार, 10 साल का विवेक गुप्ता टैंक में गिरी पन्नी निकालने के लिए उसमें उतर गया। टैंक के अंदर जहरीली गैस होने के कारण वह बेहोश हो गया। उसकी चीख-पुकार सुनकर गांववाले इकट्ठा हो गए और उसे बचाने की कोशिश करने लगे।

एक-एक कर उतरे तीन लोग, लेकिन नहीं बची जान

सबसे पहले अनिल गुप्ता नामक युवक बच्चे को बचाने के लिए टैंक में उतरे, लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। इसके बाद राजकुमार और रंगी लाल नामक ग्रामीण भी मदद के लिए अंदर घुसे, लेकिन तीनों ही टैंक में बेहोश हो गए।

अस्पताल में तीन को मृत घोषित किया गया

घटना की जानकारी मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया। हालांकि डॉक्टरों ने अनिल गुप्ता, राजकुमार और रंगी लाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं, विवेक को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है और उसका इलाज जारी है।

गांव में मातम, परिजनों का बुरा हाल

हादसे के बाद गांव में शोक का माहौल है। मृतकों के परिजन सदमे में हैं और हर आंख नम है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

प्रशासन ने की आर्थिक सहायता की घोषणा

जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने मृतकों के परिजनों को राज्य आपदा राहत कोष से 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। अधिकारियों ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और लोगों से अपील की कि इस तरह की स्थितियों में बिना सुरक्षा उपकरणों के किसी भी टैंक में न उतरें।

हादसे से मिला बड़ा सबक

यह हादसा एक बार फिर यह साफ कर गया कि सेप्टिक टैंक में उतरना कितना खतरनाक हो सकता है। जहरीली गैसें पल भर में जान ले सकती हैं। ऐसे मामलों में लोगों को तुरंत प्रशासन या विशेषज्ञों से संपर्क करना चाहिए ताकि अनजानी बहादुरी जानलेवा साबित न हो।

सीओ लहरपुर नागेंद्र चौबे ने बताया कि तीनों लोगों को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


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News Editor

Parveen Kumar

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