Shardiya Navratri 2025: इस नवरात्रि नयना देवी, चिंतपूर्णी सहित इन मंदिरों में दर्शन करना हुआ आसान, लेकिन इन नियमों का रखना होगा ध्यान

punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 12:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज से पूरे देश में नवरात्रि की शुरुआत हो गई है और इसी के साथ हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। चाहे वह नयना देवी, ज्वालामुखी, चिंतपूर्णी या बज्रेश्वरी मंदिर हो, हर जगह पर खास नियम और व्यवस्थाएं लागू की गई हैं।

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ज्वालाजी: नारियल ले जाने पर प्रतिबंध और फूलों की सजावट

ज्वालाजी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन से ही दर्शन शुरू हो गए हैं। मंदिर को 500 किलो से अधिक फूलों और रंगीन लाइट्स से सजाया गया है। भक्तों के लिए मंदिर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। सुरक्षा के लिए पूरे शहर को 7 सेक्टरों में बांटा गया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल, होमगार्ड और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए मंदिर परिसर में नारियल ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही हवन और मुंडन के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।

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चिंतपूर्णी में 24 घंटे दर्शन और VIP पास की सुविधा

चिंतपूर्णी मंदिर में भक्तों के लिए एक बड़ी राहत है - यहां दर्शन 24 घंटे जारी रहेंगे, हालांकि कपाट सुबह 4 बजे खुलेंगे। इस मंदिर में खुले में लंगर लगाने पर भी प्रतिबंध है और इसके लिए विशेष अनुमति और ₹20,000 की राशि जमा करनी होगी। मंदिर में बिना पर्ची के दर्शन की सुविधा है, लेकिन जो श्रद्धालु जल्दी दर्शन करना चाहते हैं, वे ₹500 का शुल्क देकर VIP पास ले सकते हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए ₹100 का पास उपलब्ध है, जिससे वे अपने अटेंडेंट के साथ दर्शन कर सकते हैं।

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नयना देवी: दिन में सिर्फ आधे घंटे के लिए बंद रहेंगे कपाट

बिलासपुर स्थित नयना देवी मंदिर में आश्विन नवरात्रि मेला 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा। यहां की सबसे खास बात यह है कि भक्तों के लिए मंदिर के कपाट लगभग 22 घंटे खुले रहेंगे। दिन में सिर्फ दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक और रात 12 बजे से 2 बजे तक कपाट बंद रहेंगे। श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ और पठानकोट से आने वाले रास्ते खुले और सुचारू हैं।

बज्रेश्वरी: स्वास्थ्य सहायता केंद्र और मुद्रिका बस सेवा

कांगड़ा के बज्रेश्वरी देवी मंदिर में भी भक्तों के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं। मंदिर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। बिजली, पानी, साफ-सफाई और लंगर की व्यवस्था के लिए अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं। भक्तों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे स्वास्थ्य सहायता केंद्र खोले गए हैं, जहां डॉक्टर और मेडिकल टीमें तैनात रहेंगी। इसके अलावा, ट्रैफिक जाम से बचने के लिए मुद्रिका बस सेवा और वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था की गई है।


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News Editor

Radhika

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