ये नए भारत की पहचान...स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखकर बोले उमर अब्दुल्ला, PM मोदी ने जताई खुशी
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 12:36 AM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की गुजरात यात्रा पर बृहस्पतिवार को खुशी जताते हुए कहा कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की उनकी यात्रा सभी भारतीयों को देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करने के लिए प्रेरित करेगी। अब्दुल्ला एक पर्यटन कार्यक्रम में शामिल होने अहमदाबाद आए थे।
Kashmir to Kevadia!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2025
Good to see Shri Omar Abdullah Ji enjoying his run at the Sabarmati Riverfront and visiting the Statue of Unity. His visit to SoU gives an important message of unity and will inspire our fellow Indians to travel to different parts of India. @OmarAbdullah https://t.co/MPFL3Us4ak pic.twitter.com/bLfjhC3024
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, ‘‘कश्मीर से केवडिया। उमर अब्दुल्ला जी को साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़ का आनंद लेते और ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने का आनंद लेते देखकर अच्छा लगा। उनकी यह यात्रा एकता का एक महत्वपूर्ण संदेश देती है और हमारे साथी भारतीयों को भारत के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करने के लिए प्रेरित करेगी।'' इससे पहले, अब्दुल्ला ने प्रसिद्ध साबरमती रिवरफ्रंट पर अपनी सुबह की दौड़ की तस्वीरें पोस्ट कीं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उन सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है जहां मैं दौड़ पाया हूं और इतने सारे अन्य पैदल यात्रियों/धावकों के साथ इसे साझा करना मेरे लिए खुशी की बात है। मैं अद्भुत ‘अटल फुट ब्रिज' के पास से भी दौड़कर गुजरा।''
'काश जम्मू-कश्मीर में नर्मदा डैम जैसा प्रोजेक्ट बना पाते'
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने नर्मदा डैम परियोजना की भी सराहना की और कहा कि यह गुजरात की जीवनरेखा है। सोचिए, इस डैम के जरिए कच्छ जैसे इलाकों में पानी पहुंचाया जा रहा है, जहां कभी सूखे और रेत के अलावा कुछ नहीं था. अब वहां खेती हो रही है. लोगों की जिंदगी बदल रही है।
उमर ने जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे लिए दुर्भाग्य की बात रही है कि जम्मू-कश्मीर में हम ऐसे प्रोजेक्ट की कल्पना भी नहीं कर सके. हमें कभी पानी रोकने की इजाजत नहीं दी गई। अब जब सिंधु जल संधि को रोका गया है तो उम्मीद है कि भविष्य में जम्मू-कश्मीर में भी ऐसे प्रोजेक्ट्स होंगे, जिससे न तो बिजली की कमी होगी और न ही पीने के पानी की।