Hurun Rich List: 31 साल उम्र... 21,190 करोड़ रुपए की नेटवर्थ, ये हैं देश के नए युवा अरबपति
punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 11:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः AI की दुनिया में हर दिन नई खोज और नवाचार हो रहे हैं। ऐसे में स्टार्टअप Perplexity AI ने भी खुद को साबित किया है और अब इसका नाम दुनिया भर में चर्चा में है। इसके को-फाउंडर अरविंद श्रीनिवास भी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं।
हाल ही में उन्होंने इतिहास रचते हुए भारत के सबसे युवा अरबपति बनने का गौरव हासिल किया। M3M हुरुन इंडिया रिच 2025 की लिस्ट में चेन्नई के रहने वाले अरविंद का नाम शामिल हुआ। इस लिस्ट में उनकी कुल संपत्ति 21,190 करोड़ रुपये दिखाई गई है। यह पहली बार है जब अरविंद इस लिस्ट में शामिल हुए हैं।
भारत में अरबपतियों की बढ़ती संख्या
रिपोर्ट के अनुसार, अब भारत में कुल 358 अरबपति हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, 1,687 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। इन सभी की कुल संपत्ति लगभग 167 लाख करोड़ रुपये है, जो भारत की कुल GDP के लगभग आधे के बराबर है। हर दिन अमीर लोगों की संपत्ति में औसतन 1,991 करोड़ रुपये का इजाफा हो रहा है। पिछले 2 सालों में भारत हर हफ्ते एक नया अरबपति पैदा कर रहा है। यह आंकड़ा इस बात को दर्शाता है कि भारत में टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप और निवेश के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हो रही है।
अरविंद श्रीनिवास कौन हैं?
अरविंद श्रीनिवास चेन्नई में पले-बढ़े हैं। उन्होंने IIT मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया और मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया, अमेरिका में पढ़ाई जारी रखी और AI (Artificial Intelligence) के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता बनाई। अरविंद ने ChatGPT जैसी परियोजनाओं पर काम किया और टेक्नोलॉजी की दुनिया में अनुभव हासिल किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें Google Chrome खरीदने का ऑफर भी मिला था, लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने Perplexity AI की स्थापना की और इसे एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जो OpenAI, ChatGPT और Google जैसे बड़े नामों को टक्कर दे सके।
Perplexity AI और वैश्विक पहचान
Perplexity AI एक AI-संचालित चैट-आधारित सर्च इंजन है। इसका उद्देश्य है:
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तेज़ और सटीक जानकारी देना
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यूज़र्स को भरोसेमंद उत्तर प्रदान करना
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टेक्नोलॉजी की दुनिया में प्रतिस्पर्धा करना
अरविंद का कहना है कि भारत में AI का भविष्य उज्जवल है और देश के युवा इस क्षेत्र में दुनिया में नई पहचान बना सकते हैं। Perplexity AI का यूज़र्स बेस अब भारत में सबसे बड़ा है, जिससे भारत कंपनी की ग्रोथ रणनीति का केंद्र बन गया है।
अरविंद की सफलता से सीख
अरविंद श्रीनिवास की कहानी यह सिखाती है कि जुनून, मेहनत और सही दिशा में प्रयास करने से कोई भी युवा बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकता है। 31 साल की उम्र में अरबपति बनने के बाद उन्होंने यह साबित कर दिया कि भारत की टेक्नोलॉजी प्रतिभा अब दुनिया में अपनी पहचान बनाने लगी है। उनकी उपलब्धि न सिर्फ उन्हें गौरव दिलाती है बल्कि भारत के स्टार्टअप और AI क्षेत्र के लिए भी प्रेरणा बनती है।