अच्छी सैलरी और सुकून भरी जिंदगी! ये हैं दुनिया के वो देश जहां काम का बोझ है कम और कमाई है ज्यादा
punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 11:56 AM (IST)
Best Countries For Work : आज के भागदौड़ भरे दौर में हर प्रोफेशनल का एक ही सपना है बेहतरीन सैलरी और अपनी निजी जिंदगी के लिए पर्याप्त समय। अमेरिका और जापान जैसे विकसित देश पैसा तो खूब देते हैं लेकिन वहां का वर्क कल्चर अक्सर तनाव और लंबे कामकाजी घंटों के लिए जाना जाता है। अगर आप भी वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) की तलाश में हैं तो यूरोप के कुछ देश आपके लिए जन्नत साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जहां 'काम ही जिंदगी' नहीं है, बल्कि जिंदगी को जीने के लिए काम किया जाता है।
लक्जमबर्ग : सबसे अमीर और सबसे ज्यादा छुट्टियां
लक्जमबर्ग को दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिना जाता है। यहां की खासियत यह है कि यहां एंट्री-लेवल (शुरुआती स्तर) की नौकरियों में भी वेतन बहुत आकर्षक होता है। यहां कर्मचारियों को साल में कम से कम 26 दिन की पेड लीव (सतनख्वाह छुट्टी) मिलती है। यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर और सोशल सिक्योरिटी सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है।
डेनमार्क: परिवार पहली प्राथमिकता
डेनमार्क का वर्क कल्चर 'हाइजी' (Hygge) के सिद्धांत पर चलता है जिसका अर्थ है आराम और सुकून। यहां एक सामान्य वर्किंग वीक मात्र 37 घंटे का होता है। यहां दफ्तरों में काम के घंटों को लेकर काफी लचीलापन है ताकि लोग अपने परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकें।
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Norway: फ्लैट हायरार्की और कम प्रेशर
नॉर्वे अपने कर्मचारियों की मानसिक शांति (Well-being) को सबसे ऊपर रखता है। यहां दफ्तरों में 'फ्लैट हायरार्की' होती है, यानी बॉस और कर्मचारी के बीच बहुत ज्यादा दूरी नहीं होती। इससे काम का दबाव कम होता है। माता-पिता बनने वाले कर्मचारियों को यहां बहुत लंबी और शानदार छुट्टियां मिलती हैं।
नीदरलैंड (Netherlands): पार्ट-टाइम काम का चलन
नीदरलैंड दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां हाई-स्किल्ड नौकरियों में भी पार्ट-टाइम काम को बुरा नहीं माना जाता। लोग अपनी हॉबी और परिवार के लिए जानबूझकर कम घंटों वाला काम चुनते हैं। यहां की सरकार और कंपनियां मानती हैं कि खुशहाल कर्मचारी ज्यादा अच्छा परिणाम देते हैं।
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Germany: 'राइट टू डिस्कनेक्ट' का अधिकार
जर्मनी अपनी कार्यकुशलता (Efficiency) के लिए प्रसिद्ध है लेकिन यहां नियम बहुत सख्त हैं। जर्मनी में 'Right to Disconnect' का कानून प्रभावी है। इसका मतलब है कि ऑफिस के घंटों के बाद आपका बॉस आपको काम के लिए फोन या ईमेल नहीं कर सकता। यहां के श्रम कानून कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा और बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करते हैं।
ज्यादा टैक्स लेकिन बेमिसाल सुविधाएं
हालांकि इन यूरोपीय देशों में इनकम टैक्स की दरें अधिक हैं लेकिन बदले में नागरिकों को मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा मिलती है। बेरोजगारी भत्ता और बुढ़ापे में सामाजिक सुरक्षा का पूरा भरोसा रहता है। कई देश अब 4-Day Work Week (हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम) का भी सफल ट्रायल कर रहे हैं।



