भारतीय सेना के युवा अफसर का सर्वोच्च बलिदान, साथी की जान बचाते शहीद हुए लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 05:57 AM (IST)

नेशनल डेस्कः सिक्किम में एक उफनती नदी में अपने साथी सैनिक को डूबने से बचाने के दौरान ‘सिक्किम स्काउट्स' के एक सैन्य अधिकारी की मौत हो गई। रक्षा विभाग की ओर से जारी किये गये एक बयान में यह जानकारी दी गई है।
बयान के अनुसार घटना बृहस्पतिवार सुबह सैनिकों की गश्त के दौरान हुई, जब लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी एक ‘रूट-क्लियरिंग' टीम का नेतृत्व कर रहे थे। यह टीम उत्तरी सिक्किम के उच्च ऊंचाई वाले इलाके में स्थापित की जा रही एक सामरिक अग्रिम चौकी की ओर जा रही थी। लगभग 11 बजे अग्निवीर स्टीफन सुब्बा लकड़ी के एक अस्थायी पुल को पार करते समय अपना संतुलन खो बैठे और तेज बहाव में बह गए।
बयान में कहा गया है, ‘‘ लेफ्टिनेंट तिवारी तुरंत अपने साथी को बचाने के लिए ठंडे पानी में कूद पड़े। जल्द ही नायक पुकार कटेल भी उनके साथ आ गए और साथ मिलकर उन्होंने सुब्बा को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि, इस दौरान लेफ्टिनेंट तिवारी खुद पानी की तेज धारा में बह गए। आधे घंटे में उनका शव करीब 800 मीटर नीचे की ओर बरामद किया गया।''
भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने शुक्रवार को युवा अधिकारी को श्रद्धांजलि दी। लेफ्टिनेंट तिवारी 14 दिसंबर, 2024 को सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने कुछ महीनों में ही अटूट प्रतिबद्धता और साहस का परिचय दिया। उत्तर प्रदेश के अयोध्या के गदोपुर मझवा गांव के मूल निवासी तिवारी अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। उनके पिता भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त नाविक हैं। मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तमांग ने फेसबुक पोस्ट में लेफ्टिनेंट तिवारी को श्रद्धांजलि दी।