शाही ठाठ बाट से निकली भगवान महाकालेश्वर की सवारी, अनवरत वर्षा भी आस्था का नहीं रोक पाई रास्ता

Monday, Aug 22, 2022 - 11:50 PM (IST)

नई दिल्ली/उज्जैनः मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कभी तेज व कभी धीमी गति से लगातार हो रही बारिश के बीच भगवान महाकालेश्वर की बड़े ही वैभव के साथ ठाठ बाट से शाही एवं अंतिम सवारी सोमवार को यहां निकली। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में भादौ माह के दूसरा सोमवार को आज अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए परम्परागत मार्ग से निकाली।

भगवान श्री महाकालेश्वर की शाही सवारी 4 बजे शाही ठाठ-बाट से महाकालेश्वर मंदिर से निकली। सवारी निकलने के पूर्व संभागायुक्त श्री संदीप यादव एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने सपत्नीक भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का पूजन अर्चन किया। पूजन पंडित घनश्याम शर्मा द्वारा करवाया गया। भाद्रपद माह की दूसरी व शाही सवारी में भगवान श्री महाकाल छ: स्वरूपों में अपने भक्तों को दर्शन दिए।

सवारी में रजत जड़ित पालकी में भगवान श्री महाकाल श्री चन्द्रमोलीश्वर स्वरूप में विराजित रहेंगे और हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड रथ पर श्री शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर श्री उमा महेश जी के मुखारविंद, डोल रथ पर श्री होलकर स्टेट का मुखारविंद व बैलगाड़ी में डोल रथ पर श्री सप्तधान मुखारविंद विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। 

शाही सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में विधिवत भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का पूजन-अर्चन होने के पश्चात अपनी प्रजा के हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी। उसके बाद सवारी परम्परागत मार्ग से होकर रामघाट पहुंची। शिप्रा नदी के राम घाट पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विधिवत पूजा अर्चना की। 

रिमझिम बारिश के बीच शाही सवारी अपने निर्धारित समय शाम 4 बजे से प्रारंभ होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार चौराहा, कहार वाड़ी, हरसिद्धीपाल से रामघाट पहुची। जहां केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पालकी में विराजित भगवान की पूजा अर्चना की।

इसके बाद शाही सवारी रामानुजकोट, बंबई वाले की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा, खाती समाज का श्री जगदीश मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा, तेलीवाडा, कंठाल, सतीमाता मंदिर, छत्री चौक, श्री गोपाल मंदिर पर पहुचेगी। जहाँ सिंधिया स्टेट द्वारा पररम्परानुसार पालकी में विराजित भगवान श्री चंद्रमोलीश्वर का पूजन किया जायेगा। उसके बाद सवारी पटनी बाज़ार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए पालकी मंदिर परिसर में पहुंचेगी।

Pardeep

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