भारत में इतिहास रचने जा रही है पहली Hydrogen Train, जानें कब से होगी शुरू
punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 04:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत में पहली हाइड्रोजन ट्रेन अब पूरी तरह तैयार है और मार्च 2025 तक इसे लॉन्च करने की तैयारी है। चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में इसे तैयार किया गया है। इस ट्रेन के निर्माण पर भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है और यह भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया युग शुरू करने जा रहा है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, भारत में हाइड्रोजन-चालित ट्रेनें शुरू करने की दिशा में कार्य तेज हो गया है। हाइड्रोजन ट्रेन से कार्बन उत्सर्जन न के बराबर होगा, जो इसे पर्यावरण के लिए बेहद फायदेमंद बनाता है। यह ट्रेन उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन को आवंटित की गई है और इसे जींद-सोनीपत सेक्शन (89 किलोमीटर) पर चलाया जाएगा।
भारत की हाइड्रोजन ट्रेन की विशेषताएं:-
-इस ट्रेन का निर्माण चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया जा रहा है।
-हाइड्रोजन ट्रेन में 8 पैसेंजर कोच होंगे, जो लगभग 2500 यात्री सवारी कर सकेंगे।
-ट्रेन की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
-हाइड्रोजन सिलेंडर रखने के लिए दो कोच भी होंगे।
-ट्रेन का डिज़ाइन लखनऊ के रिसर्च, डिज़ाइन और स्टैण्डर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) द्वारा तैयार किया गया है।
-इस ट्रेन का मुख्य उद्देश्य हरित परिवहन को बढ़ावा देना और पर्यावरण को बेहतर बनाना है।
-रेल मंत्रालय ने हाइड्रोजन ट्रेनों के लिए 2800 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है, जिससे भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का निर्माण हो रहा है।
-ट्रेन का हाइड्रोजन इंजन 1200 हॉर्सपावर (HP) क्षमता वाला है, जो दुनिया में अब तक का सबसे ताकतवर हाइड्रोजन इंजन है। इससे पहले ज्यादातर देशों ने 500 से 600 HP क्षमता की हाइड्रोजन ट्रेनों का निर्माण किया था।
दुनिया में हाइड्रोजन ट्रेनों का इतिहास
-जर्मनी ने 2018 में कोराडिया आईलिंट हाइड्रोजन ट्रेन का परीक्षण किया, जो दुनिया की पहली पैसेंजर हाइड्रोजन ट्रेन है।
-चीन ने एशिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन सर्विस शुरू की है, जो एक सिंगल टैंक में 600 किलोमीटर की यात्रा कर सकती है और इसकी गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
-भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन मार्च 2025 तक पूरी तरह तैयार हो जाएगी और यह भारतीय रेलवे में एक नया परिवर्तन लेकर आएगी, जो पर्यावरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।