''ढाबे पर लिखा था ''गुप्ता चाट भंडार'' लेकिन मालिक निकला...'', QR कोड ने खोल दी सारी पोल
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 06:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क : कांवड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और पारदर्शिता के मद्देनज़र कुछ नए नियम लागू किए हैं। खासकर, हाईवे पर चल रही खाने-पीने की दुकानों को लेकर सख्ती बरती जा रही है।
नाम अलग, पेमेंट किसी और के खाते में!
हरिद्वार-दिल्ली हाइवे पर एक दुकान 'गुप्ता चाट भंडार' नाम से चल रही थी। नाम से यह एक हिंदू संचालक की दुकान प्रतीत हो रही थी, लेकिन जब इस दुकान की पड़ताल की और क्यूआर कोड स्कैन किया तो बड़ा खुलासा हुआ। पेमेंट अकाउंट किसी 'गुलफाम' नाम के व्यक्ति के नाम पर निकला। जैसे ही कैमरा चालू किया, दुकान में मौजूद गुलफाम नाम का व्यक्ति मौके से भाग खड़ा हुआ। इससे शक और गहरा गया।
दुकान के पुराने मालिक ने मानी गलती
जब टीम ने दुकान के बोर्ड और मालिक की जानकारी निकाली तो सामने आया कि यह दुकान पहले अशोक गुप्ता नाम के व्यक्ति की थी, लेकिन अब उन्होंने यह दुकान बेच दी है। अशोक गुप्ता ने स्वीकार किया कि अब दुकान उनके पास नहीं है, और यह गलती है कि अभी भी दुकान पर उनका नाम लिखा हुआ है। उन्होंने कहा कि जल्द ही यह बोर्ड हटवा दिया जाएगा।
पुलिस ने लिया मामला हाथ में
जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो दुकान संचालक ने यह मान लिया कि पेमेंट अकाउंट गुलफाम के नाम पर है और उन्होंने गलती की है। मंगलौर पुलिस ने तुरंत स्कैनर जब्त कर लिया और आरोपी दुकानदार को हिरासत में ले लिया है। अब मामले की जांच की जा रही है।
सरकार के नए नियम क्या हैं?
उत्तराखंड और यूपी सरकार ने आदेश जारी किया है कि हाईवे और कांवड़ यात्रा मार्ग पर चल रही सभी दुकानों पर:
- मालिक का असली नाम स्पष्ट रूप से लिखा जाए।
- दुकान पर वैध लाइसेंस और पहचान पत्र चस्पा किया जाए।
- फर्जी नामों से दुकान चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
क्यों उठी सख्ती की जरूरत?
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कुछ दुकानों पर गलत नामों का इस्तेमाल करके लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। इस पर विवाद की आशंका को देखते हुए सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है।