सेना प्रमुख ने जवानों से कोरोना वायरस के खिलाफ पूरी सावधानी बरतने को कहा

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 09:09 PM (IST)

नई दिल्लीः सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने 13 लाख अधिकारियों और जवानों वाली सेना को कोरोना वायरस के संक्रमण से अलग रखने तथा इस महामारी को रोकने में सरकार की हरसंभव सहायता के लिए शुक्रवार को ‘ऑपरेशन नमस्ते' की शुरूआत की। उन्होंने सभी सैन्यकर्मियों से वायरस को लेकर पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी और पाकिस्तान तथा चीन की सीमाओं पर तैनात अधिकारियों व जवानों को आश्वासन दिया कि महामारी के खतरे के मद्देनजर उनके परिवारों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं सभी से अनुरोध करंगा कि अपना और अपने परिवारों का ख्याल रखें। आपकी सुरक्षा मेरी पहली जिम्मेदारी है।'' उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं सीमा पर तैनात अपने सभी जवानों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम आपके परिवारों का खास ख्याल रखेंगे। हम ‘ऑपरेशन नमस्ते' में सफल होंगे।'' ‘ऑपरेशन नमस्ते' के तहत सेना ने अपने सभी केंद्रों को बलों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाये रखने के लिए अनेक दिशानिर्देश जारी किए हैं। सेना मुख्यालय ने पिछले कुछ सप्ताह में भी हालात से निपटने के लिए परामर्श जारी किये हैं। 

सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने सीमाओं और अन्य जगहों पर तैनात सेना के सभी जवानों और अधिकारियों से कहा है कि वे कोराना महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर देश सेवा के लिए पूरी तरह तैयार रहें और परिवारों की चिंता न करें क्योंकि उनका पूरा ख्याल रखा जायेगा।   जनरल नरवणे ने आज सैन्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह उनके परिवारों को भी आश्वस्त करना चाहते हैं कि जो भी सैन्यकर्मी जहां भी तैनात है वह पूरी तरह सुरक्षित है और उसकी देखभाल सेना की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा यह कठिन दौर है और जवानों को छुट्टियां नहीं मिल रही है लेकिन मजबूत हौसले और द्दढ इरादों के साथ हम इस स्थिति से जीत कर निकलेंगे। उन्होंने सभी सैनिकों को आश्वस्त किया कि उनके परिवारों का विशेष ध्यान रखा जायेगा।

जनरल नरवणे ने सैनिकों से कहा कि वे जहां भी तैनात हैं अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखें और संकट की इस घड़ी में नागरिक प्रशासन द्वारा मांगी जाने वाली मदद को पूरा करने के लिए तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि यदि आप पूरी तरह फिट रहेंगे तो ही देश की मदद कर पायेंगे। देश की इस तरह की परिस्थितियों में मदद करना सेना का कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशनल और टेक्टिकल कारणों से सैनिकों को एक दूसरे के करीब भी रहना पड़ता है इसलिए उनका फिट होना और भी जरूरी हो जाता है।

इस संबंध में जो भी परामर्श समय समय पर दिये जा रहे हैं उनका पालन किया जाना चाहिए। लॉकडाउन के इलाकों में सरकार के आदेशों का पालन और भी अधिक जरूरी हो जाता है। जनरल नरवणें ने वीर नारियों और भूतपूर्व सैनिकों से भी अपना ध्यान रखने की अपील की और कहा कि हर कमान में एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है जिस पर वे किसी भी तरह की मदद मांग सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News