उम्मीदवारों की घोषणा कहीं आप की दबाव की राजनीति तो नहीं?

punjabkesari.in Sunday, Mar 03, 2019 - 10:57 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): बेशक आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन ऐसा नहीं लगता कि आप और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर समझौता होने की संभावनाएं खत्म हो गई हैं। राजनीति के गलियारों में यह भी चर्चा है कि यह आप की कांग्रेस पर दबाव की रणनीति का एक हिस्सा भी हो सकता है। 
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आम आदमी पार्टी ने शनिवार को दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से छह के लिए प्रत्याशियों की औपचारिक तौर पर घोषणा कर दी है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अभी कुछ नहीं हो सकता। हालांकि प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित सहित तीनों कार्यकारी अध्यक्ष हारून युसूफ, राजेश लिलोथिया और देवेन्द्र यादव आप के साथ समझौता होने के एकदम खिलाफ है और खुलकर अपनी बात पार्टी के मंच पर कह भी रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इसके पक्ष में कतई नहीं हैं। लेकिन शीला के विरोध के बाद अब अचानक आप पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मंत्री गोपाल राय द्वारा दिल्ली से 6 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई। 
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प्रदेश भाजपा के नेता एक ओर जहां इस घोषणा को आप की छलावा राजनीति मान रहे हैं वहीं कांग्रेस के नेता भी इस घोषणा से इत्तेफाक नहीं रखते। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक चौ. मतीन अहमद ने कहा कि 6 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की यह घोषणा मात्र दबाव की राजनीति लगती है। अभी न तो आम चुनाव की कोई घोषणा हुई है और न ही नामांकन दाखिल करने की कल अंतिम तारीख ही है। आखिर आप के नेता क्या दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि आप ने जिन्हें प्रत्याशी बनाया है उनको छह माह पहले ही संसदीय क्षेत्र का प्रभारी घोषित कर दिया गया था। तभी तय हो गया था कि ये सभी चुनाव लड़ेंगे। अब क्या खास बात हो गई है। 

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आप उम्मीदवारों की घोषणा रणनीतिक दबाव: कांग्रेस
कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी ने भाजपा को हराने के लिए पार्टी के साथ गठबंधन की बात की थी, लेकिन हो सकता है कि आप ने रणनीतिक कारणों से छह लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। कांग्रेस महासचिव और दिल्ली के पार्टी प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि आप का विचार था कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से आम चुनावों में भाजपा को हराने में मदद मिलेगी लेकिन अब उन्होंने दिल्ली में छह सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। चाको ने कहा कि अब क्या यह सोच बेकार हो गया। हो सकता है कि रणनीतिक कारण रहे हों, जिनके चलते आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी,जबकि लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस के साथ गठजोड़ की जरूरत की बात कर रही थी। 


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vasudha

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