SAARC न्योते पर भारत की PAK दो टूक- पहले रोको आतंकवाद, फिर होगी बातचीत
punjabkesari.in Wednesday, Nov 28, 2018 - 01:02 PM (IST)
नेशनल डेस्कः केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती। करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला को लेकर सुषमा ने इसे पाकिस्तान का सकारात्मक कदम बताया लेकिन साथ ही उन्होंने कहा दिया कि करतारपुर गलियारे का बातचीत की प्रक्रिया से संबंध नहीं है। केंद्रीय विदेश मंत्री ने कहा कि बातचीत तभी शुरू हो सकती है जब पाकिस्तान भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बंद कर दे। सुषमा ने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव रखने का मतलब यह नहीं हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुषमा स्वराज ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखें जाने के कार्यक्रम में पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया था। उनकी जगह केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी भी वहां मौजूद रहेंगे। वहीं कांग्रेस पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को पाकिस्तान पहुंच गए।
बता दें कि पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान आमंत्रित किया जाएगा।
दक्षेस शिखर सम्मेलन 2016 इस्लामाबाद में होना था लेकिन उसी साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के शिविर पर आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘मौजूदा परिस्थितियों’’ का हवाला देते हुए सम्मेलन में शामिल होने में अपनी असमर्थता व्यक्त कर दी थी। बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान के भी इसमें हिस्सा लेने से इनकार करने बाद इस्लामाबाद सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था। मालदीव और श्रीलंका दक्षेस के सातवें और आठवें सदस्य हैं।
फैसल ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने जीत के बाद अपने भाषण में कहा था कि भारत अगर एक कदम आगे बढ़ेगा तो पाकिस्तान दो कदम बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खान ने अपने भारतीय समकक्ष को एक खत लिखकर मंशा जताई थी कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों को बातचीत के जरिये सुलझाने का इच्छुक है।