तेलंगाना पावर स्टेशन में लगी भीषण आग, 6 की मौत, कई लोग अंदर फंसे

punjabkesari.in Friday, Aug 21, 2020 - 06:43 PM (IST)

हैदराबादः तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में श्रीसैलम परियोजना के भूमिगत जल विद्युत संयंत्र में गुरुवार रात लगी भीषण आग में कम से कम छह कर्मचारियों की झुलसकर मौत हो गयी। सभी के शव शुक्रवार को बरामद किये गये। इनमें से तीन मृतकों की पहचान टीएसजेनको के सहायक अभियंता सुंदर, मोहन कुमार और उज्मा फातिमा के रूप में की गयी है। तीन अन्य शवों की अब तक पहचान नहीं की जा सकी है। पांच मंजिला जल विद्युत संयंत्र की तीसरी मंजिल पर सुंदर का शव बरामद किया गया। ये छह लोग उन नौ लोगों में शामिल हैं जो संयंत्र में लगी आग में फंस गए थे।

श्रीसैलम विद्युत संयंत्र में जब आग लगी उस समय पावर पैनल में 30 कर्मी मौजूद थे जिनमे से 15 कर्मी खुद सुरंग से बाहर निकलने में कामयाब हो गए तथा छह कर्मियों को बचाव दल ने बचा लिया। प्रारंभिक रिपोटरें के मुताबिक संयंत्र में आग लगने की प्रमुख वजह शॉटर् सकिर्ट होना बताया जाता है। इस बीच तेलंगाना के मंत्री जगदीश रेड्डी और तेलंगाना गेनको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी प्रभाकर राव बचाव अभियान की समीक्षा करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे हुए है। घटना के तुरंत बाद संयंत्र से बिजली उत्पादन काम बंद कर दिया गया है।

कृष्णा नदी पर बना श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पॉवर स्टेशन हैदराबाद से करीब दो सौ किलोमीटर दूर है और तेलंगाना स्टेट पॉवर जेनरेशन कॉरपोरेशन (जेनको) इसे संचालित करता है। संयंत्र में छह इकाइयां हैं जिनकी कुल क्षमता 900 मेगावॉट बिजली उत्पादन की है और पिछले कुछ दिन से बारिश होने से यहां बिजली उत्पादन जोरों से हो रहा था। अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन पॉवर हाउस के भूमिगत क्षेत्र में धुआं भरा है जिससे बचाव कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि नीचे फंसे नौ लोगों में से दो लोग उस कंपनी से हैं जो बैटरी के रखरखाव का काम संभालती है।

सुरेश ने बताया, ‘‘ संयंत्र में तीन आपात निकास हैं। ऐसी संभावना है कि वे वहां से निकल सकते हैं लेकिन जब तक धुआं समाप्त न हो जाए और बचाव दल अंदर नहीं चला जाए हम कुछ नहीं कह सकते।'' अधिकारी ने कहा, "हम घने धुएं के कारण वहां तक पहुंच नहीं पाए हैं। फिलहाल हम ट्रांसफार्मर के क्षेत्र में यहां-वहां लगी आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं।"

तेलंगाना के ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी ने कहा कि पुलिस, अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग के कर्मी बचाव कार्यों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सिंगारेनी कोलियरीज के अधिकारियों से भी मदद के लिए संपर्क किया गया है क्योंकि उनके पास भूमिगत बचाव अभियानों में विशेषज्ञता है।  


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Yaspal

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