चाय और कॉफी से कम होता है सिर और गले का कैंसर, शोध अध्ययन में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Dec 26, 2024 - 04:57 PM (IST)
नेशनल डेस्क. एक अध्ययन के अनुसार, चाय और कॉफी के सेवन से सिर, गर्दन, मुंह और गले के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। यह निष्कर्ष 'कैंसर' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है, जिसमें यह दावा किया गया है कि यदि व्यक्ति रोजाना तीन से चार कप कॉफी पीते हैं, तो सिर और गर्दन के कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत तक कम हो सकता है। वहीं एक कप चाय पीने से यह खतरा नौ प्रतिशत कम होता है।
इस अध्ययन में बताया गया है कि चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन और अन्य बायोएक्टिव तत्वों के एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक हालिया शोध में यह भी पाया गया है कि सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन स्वस्थ जीवन के लिए फायदेमंद हो सकता है।
अमेरिका के यूटा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में कार्यरत इस अध्ययन की वरिष्ठ लेखिका युआन-चिन एमी ली ने कहा- "इससे पहले भी चाय और कॉफी के सेवन और कैंसर के जोखिम में कमी पर शोध हो चुका है, लेकिन इस अध्ययन में हमने सिर और गर्दन के कैंसर पर इन पेयों के अलग-अलग प्रभावों का विश्लेषण किया है। इसमें यह भी दिखाया गया है कि कैफीन रहित कॉफी का भी सकारात्मक असर पड़ता है।"
इस अध्ययन में करीब 9,550 सिर और गर्दन के कैंसर के रोगियों और 15,800 बिना कैंसर वाले लोगों से जुड़े 14 अलग-अलग अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं ने यह पाया कि जो लोग चार कप से अधिक कैफीनयुक्त कॉफी पीते थे। उनके सिर और गर्दन के कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत कम था। इसके अलावा इन लोगों में मुंह के कैंसर का खतरा 30 प्रतिशत कम और गले के कैंसर का खतरा 22 प्रतिशत कम पाया गया। साथ ही जिन लोगों ने तीन से चार कप कैफीनयुक्त कॉफी पी थी। उनका हाइपोफरीन्जियल कैंसर (गले के निचले हिस्से का कैंसर) का खतरा 41 प्रतिशत कम हो गया। दूसरी ओर कैफीन रहित कॉफी पीने से मुंह के कैंसर का खतरा 25 प्रतिशत कम हो गया।
चाय के सेवन से भी घटता है कैंसर का खतरा
चाय के सेवन से भी सिर, गर्दन और गले के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। एक कप चाय पीने से सिर और गर्दन के कैंसर का खतरा नौ प्रतिशत और हाइपोफरीन्जियल कैंसर का खतरा 27 प्रतिशत कम हो जाता है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि एक दिन में एक कप से ज्यादा चाय पीने से लैरिंक्स (स्वरयंत्र) के कैंसर का खतरा 38 प्रतिशत अधिक हो सकता है।
अध्ययन के निष्कर्षों में विविधता
शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि इस अध्ययन में जिन आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। वे मुख्य रूप से उत्तर अमेरिका और यूरोप के देशों से आए थे। इसलिए इन निष्कर्षों को अन्य देशों जैसे दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और एशिया में समान रूप से लागू नहीं किया जा सकता है, क्योंकि इन क्षेत्रों में चाय और कॉफी पीने की आदतें अलग हो सकती हैं।
एमी ली ने कहा- "कॉफी और चाय की आदतें हर जगह अलग-अलग हैं, और हमारे निष्कर्ष इस बात को रेखांकित करते हैं कि कैंसर के जोखिम को कम करने में चाय और कॉफी के प्रभाव पर और अधिक आंकड़ों और आगे के शोध की आवश्यकता है।"