CJI गवई पर हमले की कोशिश पर PM मोदी का बयान: 'इस निंदनीय कृत्य ने हर भारतीय को नाराज किया'
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 08:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क : सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर एक वकील द्वारा जूता फेंकने के प्रयास की घटना के कुछ ही घंटों बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्होंने सीजेआई गवई से बात की है और स्पष्ट कहा है कि "हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "आज सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर (सीजेआई गवई पर) हुए हमले से हर भारतीय नाराज़ है। हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। यह पूरी तरह से निंदनीय है।"
Spoke to Chief Justice of India, Justice BR Gavai Ji. The attack on him earlier today in the Supreme Court premises has angered every Indian. There is no place for such reprehensible acts in our society. It is utterly condemnable.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 6, 2025
I appreciated the calm displayed by Justice…
CJI के 'संयम' की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने संकट की इस घड़ी में CJI गवई द्वारा दिखाए गए संयम और धैर्य की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "मैंने न्यायमूर्ति गवई द्वारा ऐसी स्थिति का सामना करते हुए प्रदर्शित की गई शांति और संयम की सराहना की। यह न्याय के मूल्यों और हमारे संविधान की भावना को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।"
क्या था मामला?
यह घटना आज तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक 71 वर्षीय वकील ने अचानक CJI गवई पर जूता फेंक दिया, जिससे कोर्ट रूम में अफरा-तफरी मच गई। वकील को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। कोर्ट रूम से बाहर ले जाते समय उसने चिल्लाकर कहा, "भारत सनातन धर्म के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा।"
यह घटना CJI गवई की उस टिप्पणी के कुछ ही हफ्तों बाद हुई है, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश में क्षतिग्रस्त विष्णु प्रतिमा की बहाली से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कथित तौर पर विवादास्पद टिप्पणी की थी कि "जाओ और स्वयं देवता से पूछो।" इस टिप्पणी के बाद उनकी व्यापक रूप से आलोचना हुई थी।