16 मिनट का फासला और अंतरिक्ष का सबसे बड़ा दुखद हादसा, कल्पना चावला की थी अंतिम उड़ान
punjabkesari.in Tuesday, Mar 18, 2025 - 10:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद स्पेसएक्स और नासा के संयुक्त प्रयास से धरती पर लौट रही हैं। उनका मिशन 12 मार्च 2025 को शुरू हुआ था, लेकिन उनकी वापसी सिर्फ एक सामान्य घटना नहीं है, बल्कि यह लोगों को कल्पना चावला की याद भी दिला रही है।
8 दिन का मिशन बना 9 महीने का सफर
सुनीता का यह मिशन जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर के साथ शुरू हुआ था और इसे सिर्फ 8 दिन का होना था। लेकिन तकनीकी खराबी, जैसे हीलियम लीक और थ्रस्टर की समस्या, के कारण वह और उनके साथी बुच विल्मोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंस गए।
नासा ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोइंग स्टारलाइनर को खाली वापस भेजा और सुनीता की वापसी को फरवरी-मार्च 2025 तक टाल दिया। उनकी यह लंबी और अनिश्चित यात्रा कल्पना चावला की दुखद वापसी की याद दिलाती है, जो 1 फरवरी 2003 को धरती से महज 16 मिनट पहले हादसे का शिकार हो गई थीं।
कल्पना चावला: भारत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
कल्पना चावला ने 16 जनवरी 2003 को अपने दूसरे मिशन (STS-107) की शुरुआत की थी और 16 दिन अंतरिक्ष में बिताए थे। लेकिन वापसी के दौरान, उनके शटल कोलंबिया के बाएं विंग को नुकसान पहुंचा, जिससे वह अमेरिका के टेक्सास और लुइसियाना के ऊपर बिखर गया। कल्पना की जयंती 17 मार्च को होती है, जो इस बार सुनीता की वापसी के समय के करीब है। इस संयोग ने लोगों की भावनाओं को और गहरा कर दिया है।
नासा की सावधानी और सुनीता की वापसी
नासा ने इस बार सावधानी बरतते हुए सुनीता और बुच को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन के जरिए वापस लाने का फैसला किया है। यह कल्पना चावला के हादसे से लिए गए सबक को दर्शाता है।
आईएसएस से सुनीता ने कहा:
"मैं अंतरिक्ष के हर पल को याद करूंगी।"
अब सभी की नजरें उनकी सुरक्षित वापसी पर टिकी हैं।