सुजवां हमला: सुबह से आतंकियों ने नहीं चलाई है एक भी गोली, फैमिली क्वार्टरस में ले रखी है शरण

punjabkesari.in Saturday, Feb 10, 2018 - 04:15 PM (IST)

  जम्मू: सुजवां स्थित आर्मी कैंप पर सुबह जैशे मोहम्मद ने फिदायिन अटैक कर दिया। हमला सुबह करीब पौने पांच बजे किया गया। सुबह आठ बजे तक आतंकी गोलीबारी करते रहे लेकिन उसके बाद उन्होंने एक भी गोली फायर नहीं की है। आतंकी कैंप के अन्दर बने फैमिली क्वार्टरस में छिपने में कामयाब रहे हैं। सुबह उन्होंने भारी गोलीबारी की जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए जबकि एक कर्नल और मेजर सहित छ अन्य जवान घायल हैं। लेकिन उसके बाद से आतंकी चुप बैठे हैं और उनकी तरफ से कोई हरकत नहीं की गई है।


एयरफोर्स कमांडोज ने संभाला है मोर्चा
कैंप के अन्दर एयरफोर्स के कमांडोज को भी भेजा गया है लेकिन उन्होंने अभी तक कुछ कार्रवाई नहीं की है। सेना अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। हांलाकि जिस क्वार्टरस में आतंकी छिपे हुए हैं उसे चारों तरफ से घेरा हुआ है।


जानी नुकसान होने से बचाना चाहती है सेना
सेना के पीआरओ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जिस जगह आतंकी छिपे हैं वो क्षेत्र आबादी वाला है। वहां पर फैमलीज हैं। सेना नहीं चाहती कि उसकी कार्रवाई में कोई जानी नुकसान हो इसलिए पूरी रणनीति के साथ काम किया जाएगा। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि कहीं आतंकियों ने परिवारों को होसटेज तो नहीं कर रखा है। 


रात होने की प्रतिक्षा
आतंकियों की चुप्पी इस बात की और भी इशारा कर रही है कि वे रात होने का इंतजार कर रहे हैं और इस हमले को लंबा खींचना चाहते हैं। जिस जगह सेना का आर्मी कैंप है वो जगह आबादी वाली है। ऐसी संभावना है कि आतंकी कुछ बड़ा नुकसान करने की फिराक में हैं।


सेना की रात की तैयारी
सेना द्वारा कैंप के अन्दर हैवी एम्यूनिशन और जैनसेट तथा नाइट लाइटस भेजी गई हैं। अगर ऑपरेशन रात तक खिंचता है तो सेना अपनी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है।


अभी तक का जानी नुकसान
आतंकी हमले में दो जेसीओ शहीद हो गए हैं। एक बच्ची की भी मौत हो गई है। सेना का एक कर्नल और एक मेजर सहित 6 लोग घायल हैं जिनमें तीन महिलाएं और बच्चा भी शामिल है। मेजर अभिजीत का चेहरा जख्मी हुआ है और उन्हें चंडीगढ़ के लिए एयरलिफ्ट किय गया है।
 


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