ऐसी हैवानियत! नवजात के मुंह में पत्थर ठूंसकर फेवीक्विक से चिपकाया, जंगल में लावारिस तड़पता रहा मासूम
punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 10:31 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से मंगलवार को एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को एक बार फिर शर्मसार कर दिया। जिले के बिजौलिया उपखंड के माल का खेड़ा रोड स्थित सीताकुंड के घने जंगलों में एक 10 से 12 दिन के नवजात शिशु को बेरहमी से पत्थरों के नीचे दबाकर मारने की कोशिश की गई। मगर वक्त रहते एक चरवाहे की सतर्कता से उस मासूम की जान बचा ली गई।
मासूम की चीखें बनीं जिंदगी की उम्मीद
मंगलवार दोपहर एक चरवाहा जब जंगल में मवेशी चरा रहा था, तो उसे पत्थरों के बीच से किसी नवजात के रोने की बहुत हल्की आवाज सुनाई दी। पहले तो उसे भ्रम हुआ, लेकिन जब आवाज लगातार आई तो उसने पास जाकर देखा और हैरान रह गया। पत्थरों के नीचे एक नवजात शिशु दबा हुआ था। चरवाहे ने तुरंत पास ही स्थित मंदिर में मौजूद ग्रामीणों को सूचना दी, जिन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया।
चीख न निकले इसलिए मुंह में डाला पत्थर, फेवीक्विक से चिपकाया
जब पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर नवजात को बाहर निकाला, तो सामने आया कि उसके साथ कितनी अमानवीयता की गई थी। नवजात के मुंह में एक छोटा पत्थर ठूंस दिया गया था और उसे फेवीकिक से चिपका दिया गया था, ताकि वह चीख न सके। पास में ही फेवीक्विक का पाउच भी मिला। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आरोपी ने मासूम की आवाज दबाने और उसे जंगल में मरने के लिए छोड़ने की पूरी तैयारी की थी।
गर्म पत्थरों से झुलसा नवजात, अस्पताल में चल रहा इलाज
बच्चे को जब बाहर निकाला गया, तो पता चला कि वह पत्थरों की गर्मी से झुलस चुका है। खासकर उसके शरीर का बायां हिस्सा काफी प्रभावित हुआ है। पुलिस ने 108 एंबुलेंस बुलाकर पहले बच्चे को बिजौलिया अस्पताल पहुंचाया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे भीलवाड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि शिशु की हालत स्थिर है, लेकिन उसका शरीर झुलसा हुआ है। समय रहते इलाज मिलने से उसकी जान बच सकी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
बिजौलिया थाना पुलिस ने नवजात के साथ की गई इस दरिंदगी पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि नवजात को जंगल में किसने छोडा।