भारत में 26 अप्रैल को राजकीय शोक घोषित, जानिए क्यों झुकेगा एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज

punjabkesari.in Thursday, Apr 24, 2025 - 12:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  पूरी दुनिया में शांति, सद्भाव और सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करने वाले कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन ने वैश्विक समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया है। भारत, जो विविधता में एकता और अंतरधार्मिक सौहार्द का प्रतीक माना जाता है, ने इस महान आत्मा के सम्मान में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है।

गृह मंत्रालय के अनुसार, पोप फ्रांसिस का निधन सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को हुआ। उनकी स्मृति में भारत ने 22, 23 और 26 अप्रैल को राजकीय शोक घोषित किया है। यह फैसला न केवल एक आध्यात्मिक नेता के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए है, बल्कि विश्व शांति, गरीबी उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर उनके अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि देने का प्रतीक भी है।

पोप फ्रांसिस: एक युग का अंत

जॉर्ज मारियो बर्गोलियो के रूप में जन्मे पोप फ्रांसिस वर्ष 2013 में पोप बने और इतिहास में पहले लैटिन अमेरिकी पोप के रूप में चर्च का नेतृत्व किया। अपने सादगीपूर्ण जीवन, मानवीय मुद्दों पर स्पष्ट दृष्टिकोण और समाज के वंचित वर्गों के लिए आवाज उठाने के कारण वे करोड़ों लोगों के दिलों में जगह बना चुके थे। वे पर्यावरण संरक्षण, धार्मिक सहिष्णुता और वैश्विक शांति के मजबूत पैरोकार माने जाते थे।

भारत में शोक की अभिव्यक्ति: राजकीय परंपराओं का पालन

राजकीय शोक के अंतर्गत, 22 और 23 अप्रैल को देश भर में सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया, और सभी प्रकार के सरकारी व सांस्कृतिक आयोजनों को स्थगित कर दिया गया। तीसरा शोक दिवस 26 अप्रैल को पोप के अंतिम संस्कार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन भी राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, और भारत में कोई भी सरकारी उत्सव या सार्वजनिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।

क्या होता है राजकीय शोक में?

  • राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया जाता है – केवल शोक और श्रद्धांजलि के लिए।

  • सरकारी व सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित – उद्घाटन, सांस्कृतिक या मनोरंजन से जुड़े कार्यक्रम रद्द।

  • मनोरंजन पर नियंत्रण – टेलीविजन और रेडियो पर केवल शोक से जुड़ी सामग्री का प्रसारण।

  • दफ्तर और शैक्षणिक संस्थान खुले रहते हैं, जब तक विशेष आदेश न दिए जाएं।

  • सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, हालांकि यह विदेश में होने पर भारत से उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भाग लेता है।

वेटिकन में होगा अंतिम संस्कार, भारत से श्रद्धांजलि

26 अप्रैल को पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार वेटिकन सिटी में होगा, जहां दुनियाभर से धर्मगुरु, राष्ट्राध्यक्ष और गणमान्य लोग जुटेंगे। भारत की ओर से उच्चस्तरीय प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग लेंगे और राष्ट्र की ओर से अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।


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Content Writer

Anu Malhotra

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