श्रीलंका चुनाव परिणाम: जीत की ओर बढ़ रही राष्ट्रपति दिसानायके की नई पार्टी, मिल रही बंपर वोटिंग
punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2024 - 11:19 AM (IST)
नेशनल डेस्क। श्रीलंका में विधानसभा की 255 सीटों के लिए हुए आम चुनाव के नतीजे अब सामने आने लगे हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके की पार्टी नेशनल पीपुल्स पावर पार्टी (NPP) भारी जीत की ओर बढ़ रही है और उन्हें बंपर वोटिंग मिल रही है। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, NPP गठबंधन ने शुरुआती रुझानों में 63 प्रतिशत वोटों के साथ बढ़त बना ली है। अबतक आधे से अधिक बैलेट्स की गिनती हो चुकी है, और पार्टी ने 113 सीटों पर जीत का अनुमान जताया है।
NPP का चमत्कारी प्रदर्शन
बता दें कि एनपीपी की यह सफलता इसलिए खास है क्योंकि पहले उनके पास सिर्फ तीन सीटें थीं लेकिन अब वे कई निर्वाचन क्षेत्रों में सबसे आगे चल रहे हैं। यह परिणाम श्रीलंका के लोगों द्वारा राष्ट्रपति दिसानायके के प्रति उनके विश्वास को दर्शाता है। देश में अभूतपूर्व आर्थिक संकट के बाद, जब गोटबाया राजपक्षे को पद से हटा दिया गया था, तब दिसानायके ने भ्रष्टाचार से लड़ने और देश की संपत्ति वापस लाने का वादा किया था। उनका यह वादा श्रीलंकाई नागरिकों को आकर्षित कर रहा है और वे उनके नेतृत्व में भविष्य की उम्मीद देख रहे हैं।
दिसानायके का नेतृत्व
राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने चुनाव से पहले मीडिया से कहा था कि वह संसद में "मजबूत बहुमत" की उम्मीद रखते हैं। श्रीलंका की राजधानी में वोट डालने के बाद उन्होंने इसे देश के लिए अहम मोड़ करार दिया था। उनके मुताबिक, यह चुनाव श्रीलंका के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और उन्हें पूरा यकीन था कि उनकी पार्टी को बहुमत मिलेगा।
चुनाव प्रक्रिया और वोटिंग
बता दें कि श्रीलंका में यह चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। 9 घंटे तक मतदान हुआ और चुनाव पूरी तरह से हिंसा मुक्त रहा। हालांकि, ड्यूटी के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल और दो चुनाव कर्मियों की बीमारी के कारण मौत हो गई, जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। श्रीलंका के चुनाव आयोग ने पहले अनुमान लगाया था कि वोटिंग प्रतिशत 70 फीसदी से कम हो सकता है, जबकि सितंबर के राष्ट्रपति चुनावों में लगभग 80 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
श्रीलंका के लोगों की उम्मीद
इस मौके पर कोलंबो के वेलवाटे जिले में सबसे पहले वोट डालने वाले 70 साल के पेंशनर मिल्टन गैंकंडगे ने एएफपी से कहा, "मुझे एक नए देश, एक नई सरकार की उम्मीद है, जो लोगों के प्रति दोस्ताना हो। पिछले सरकारों ने हमें धोखा दिया था, हमें एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो देश का विकास कर सके।"
राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसनायके
बता दें कि अनुरा कुमार दिसनायके करीब 25 सालों तक सांसद रहे हैं और कुछ समय तक देश के कृषि मंत्री भी रहे हैं। उनकी पार्टी NPP के पास वर्तमान में सिर्फ तीन सीटें हैं, लेकिन उन्होंने आर्थिक संकट से उबारने के वादे के साथ सत्ता में कदम रखा है। दिसनायके का कहना है कि लोगों को बदलाव की उम्मीद है, लेकिन इस बदलाव में वक्त लग सकता है।
अंत में बता दें कि दिसनायके की जेवीपी पार्टी ने 1971 और 1987 में दो बड़े विद्रोहों का नेतृत्व किया था, जिसमें करीब 80,000 लोगों की मौत हुई थी लेकिन इस बार उनके नेतृत्व में हुए शांतिपूर्ण चुनावों को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपने वादों को पूरा करेंगे। विश्वविद्यालय के अकेडमिक शिवलोगादासन का कहना है कि दिसनायके को और वक्त चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ बदलाव जरूर दिख रहे हैं, लेकिन उम्मीद है कि कुछ और समय बाद और अधिक सुधार होंगे।"