मोदी सरकार को घेरने के लिए सोनिया विपक्ष के साथ बनाएगी रणनीति

punjabkesari.in Wednesday, Jan 31, 2018 - 08:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी कल विपक्षी नेताओं की एक बैठक की अध्यक्षता कर सकती हैं जिसमें संसद के बजट सत्र को लेकर संयुक्त रणनीति तय किए जाने की संभावना है।

सूत्रों के मुताबिक गुरुवार सुबह वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आम बजट प्रस्तुत किए जाने के बाद शाम को संसद के पुस्तकालय भवन में बैठक हो सकती है। विपक्ष की बैठक में उन सभी 17 दलों का समर्थन हासिल करने के लिए भरसक प्रयास चल रहे हैं जिन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के साथ एकजुटता दिखाई थी।

नेताओं को आमंत्रित करने की कमान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद संभाल रहे हैं। गुरुवार की बैठक में राकांपा, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, सपा, नेशनल कांफ्रेंस, माकपा, भाकपा, राजद, जेएमएम, आरएसपी, आईयूएमएल और केरल कांग्रेस के भाग लेने की संभावना है। जदयू के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर अंसारी, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, सपा के रामगोपाल यादव और तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय समेत अन्य नेता बैठक में शिरकत कर सकते हैं। 

ममता नहीं ले पाएंगी बैठक में भाग
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि वह पूर्व व्यस्तताओं की वजह से गुरुवार की बैठक में भाग नहीं ले पाएंगी। हालांकि तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता इसमें पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। देखना होगा कि कर्नाटक में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले जेडीएस अपने किसी प्रतिनिधि को बैठक में भेजता है या नहीं।

कर्नाटक में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है कांग्रेस
कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है और भाजपा ने फिर से सत्ता पाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार की बैठक में एचडी देवगौड़ा की जेडीएस की मौजूदगी से भविष्य में कांग्रेस के साथ उनके गठजोड़ की संभावना को लेकर तस्वीर साफ हो सकती है।

बैठक में तीन तलाक से संबंधित विधेयक, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के विवाद और उत्तर प्रदेश के कासगंज में पिछले दिनों हुई हिंसा जैसे कुछ मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य पार्टी नेता भी भाग ले सकते हैं। हालांकि संप्रग अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल की नेता होने के नाते बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी कर सकती हैं।

शरद यादव ने विपक्षी नेताओं को बुलाया था चाय पर
दो दिन पहले ही शरद पवार ने अपने आवास पर कुछ विपक्षी नेताओं को चाय पर बुलाया था लेकिन कम नेताओं की मौजूदगी के बाद फैसला किया गया कि बजट पेश होने के बाद एक और बड़ी बैठक होगी। कांग्रेस नेता आजाद और आनंद शर्मा ने 29 जनवरी की बैठक में विपक्ष को एकजुट करने के लिए सोनिया गांधी से हस्तक्षेप की मांग की थी।  


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