सोनम वांगचुक की पत्नी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर मामले में हस्ताक्षेप करने की अपील की
punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 02:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लद्दाख में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों और तनाव के बीच प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए 26 प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया है। उम्मीद है कि इस कदम से लोगों का गुस्सा कुछ कम होगा। इसके साथ ही प्रशासन ने झड़पों में हुई 4 लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जाँच का आदेश दिया है, जबकि स्थानीय नेता न्यायिक जाँच की मांग कर रहे हैं।
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सोनम वांगचुक की पत्नी ने राष्ट्रपति से लगाई गुहार
इस बीच लद्दाख के प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता और सामाजिक नेता सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे. आंगमो ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उनके पति की रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की है। जानकारी के लिए बता दें कि वांगचुक को 26 सितंबर को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया था और उन्हें राजस्थान की जोधपुर जेल भेज दिया गया था। वह 24 सितंबर को हुई हिंसक झड़प के बाद से जेल में बंद हैं।
राष्ट्रपति को लिखे तीन पन्नों के पत्र में गीतांजलि आंगमो ने लिखा, "मेरे पति को पिछले चार वर्षों से लोगों के हितों के लिए काम करने की वजह से बदनाम किया जा रहा है। वह कभी भी किसी के लिए खतरा नहीं बन सकते।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके पति किस हाल में हैं।
लद्दाख में क्यों हुआ था प्रदर्शन?
24 सितंबर को लद्दाख में यह हिंसा तब भड़की थी, जब लोग दो मुख्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मुख्य मांगें थी-
1. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को राज्य का दर्जा दिया जाए।
2. लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए, ताकि यहाँ की जमीन और संस्कृति को विशेष संरक्षण मिल सके।
लेह में हुई इन झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई थी, जिसके दो दिन बाद वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।