सोनम वांगचुक की पत्नी बोली- लेह में हिंसा CRPF की कार्रवाई की वजह से भड़की
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 05:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क : जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और लेह में लगाए गए कर्फ्यू के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे. अंगमो ने केंद्र सरकार और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि लेह में हिंसा CRPF की कार्रवाई की वजह से भड़की है। उन्होंने अधिकारियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि यह एक शांतिप्रिय और देशभक्त समुदाय को गलत तरीके से दबाने की कोशिश है।
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शांतिपूर्ण प्रदर्शन को CRPF ने भड़काया
एक इंटरव्यू के दौरान गीतांजलि अंगमो ने कहा कि युवाओं के विरोध प्रदर्शन के बहाने लगाया गया कर्फ्यू निंदनीय है। उन्होंने दावा किया कि शुरू में प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन जब CRPF ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया, तब हिंसा भड़की। गीतांजलि ने ज़ोर देकर कहा, "लेह के लोगों से ज़्यादा शांतिप्रिय, देशभक्त और राष्ट्रवादी कोई नहीं है।" उन्होंने कहा कि अगर CRPF ने आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया होता, तो यह एक बहुत ही शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन होता।
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पति का विरोध हमेशा गांधीवादी रहा
गीतांजलि ने अपने पति सोनम वांगचुक पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वांगचुक का विरोध हमेशा गांधीवादी तरीके से रहा है और वह अहिंसा पर ज़ोर देते हैं। उन्होंने कहा कि लोग वांगचुक का सम्मान उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों के साथ-साथ उनके मानवतावादी होने के कारण भी करते हैं, जिन्होंने अपना जीवन ज़मीनी शिक्षा को समर्पित किया है। उन्होंने दावा किया कि उनके पति को दोषी ठहराने और फंसाने के लिए मनगढ़ंत कहानी गढ़ी जा रही है, ताकि संविधान की छठी अनुसूची को लागू करने की लद्दाख की मांग से बचा जा सके।
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सुरक्षा बलों पर भी उठाए गंभीर सवाल
लेह की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गीतांजलि ने सुरक्षा बलों की भूमिका पर सीधे सवाल उठाए। उन्होंने पूछा- "CRPF को गोली चलाने का आदेश किसने दिया? कौन अपने ही लोगों, अपने ही नागरिकों पर गोली चलाता है? खासकर ऐसे इलाक़े में जहाँ कभी कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ।" उन्होंने पुलिस पर एक एजेंडे के तहत काम करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि DGP जो भी कह रहे हैं, उनका एक एजेंडा है: किसी भी हालत में छठी अनुसूची लागू न करना और किसी को 'बलि का बकरा' बनाना।