5 घंटे से कम नींद का मतलब: मोटापा + डायबिटीज का कॉम्बो पैक! रिसर्च में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Saturday, Aug 09, 2025 - 04:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद की कमी एक आम समस्या बन गई है, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकती है। अनियमित नींद न सिर्फ आपको थका हुआ महसूस कराती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों को भी न्यौता देती है।
क्या कहती है रिसर्च?
चीन की दो बड़ी यूनिवर्सिटी (पेकिंग और आर्मी मेडिकल यूनिवर्सिटी) के शोधकर्ताओं ने 88,000 लोगों पर 6 साल तक एक अध्ययन किया। इस अध्ययन में पाया गया कि जो लोग हर दिन अलग-अलग समय पर सोते और जागते थे, उनमें कई स्वास्थ्य जोखिम बढ़ गए थे-
- पार्किंसन रोग का खतरा: 2.8 गुना अधिक
- मधुमेह (Diabetes) का खतरा: 1.6 गुना अधिक
अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे, तो इसका असर दिल, ब्लड शुगर और वजन पर पड़ सकता है, यहां तक कि कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
नींद की कमी के 5 बड़े खतरे
- मोटापे का खतरा: नींद हमारे शरीर के दो महत्वपूर्ण हार्मोन को नियंत्रित करती है: लेप्टिन (जो भूख कम करता है) और घेलिन (जो भूख बढ़ाता है)। जब नींद कम होती है, तो घेलिन का स्तर बढ़ता है और लेप्टिन का लेवल कम होता है, जिससे हमें ज्यादा भूख लगती है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रोजाना 5 घंटे से कम सोते हैं, उनमें मोटापे की संभावना 50% तक बढ़ जाती है।
- दिमाग पर असर: नींद के दौरान हमारा दिमाग दिनभर की सूचनाओं को व्यवस्थित करता है और नई चीजें सीखने की क्षमता बढ़ाता है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो निर्णय लेने की क्षमता, ध्यान केंद्रित करने और रचनात्मकता (creativity) पर बुरा असर पड़ता है।
- कमजोर इम्यून सिस्टम: सोते समय हमारा शरीर साइटोकाइन्स और एंटीबॉडीज बनाता है, जो हमें बीमारियों से बचाते हैं। नींद की कमी होने पर इनका उत्पादन कम हो जाता है, जिससे सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- दिल की बीमारी: नींद की कमी से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का संतुलन बिगड़ सकता है. जो लोग 5 घंटे से कम या 9 घंटे से ज्यादा सोते हैं, उनमें दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है। इंसोम्निया (नींद न आने की बीमारी) से पीड़ित लोगों में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 45% तक अधिक पाया गया है।
- सांस की बीमारियां: नींद पूरी न होना पहले से मौजूद सांस की बीमारियों, जैसे अस्थमा या ब्रोंकाइटिस, को और गंभीर बना सकता है।