यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी! इन 3 शहरों के लिए शुरू होने जा रही स्लीपर वंदे भारत, जानें कितना रहेगा किराया
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 08:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: त्योहारी सीजन में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को एक बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। जल्द ही देश की पहली वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस को लॉन्च किया जाएगा। उम्मीद है कि ये ट्रेनें दिवाली तक पटरी पर उतर जाएंगी। शुरुआत में ये ट्रेनें दिल्ली से भोपाल, अहमदाबाद और पटना के रूट पर चलेंगी, जिससे रात भर का सफर और भी आरामदायक और तेज हो जाएगा।
क्या है खासियत?
कम समय में सफर: यह पहला मौका है जब वंदे भारत ट्रेन को स्लीपर कोच के साथ चलाया जाएगा। इससे लंबी दूरी की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। उदाहरण के लिए, दिल्ली से पटना का सफर, जिसमें अभी 13 से 17 घंटे लगते हैं, वंदे भारत स्लीपर से सिर्फ साढ़े 11 घंटे में पूरा हो जाएगा।
लॉन्च की तारीख: सूत्रों के मुताबिक, इन ट्रेनों का ऐलान सितंबर के अंत में हो सकता है, और इनका संचालन अक्टूबर की शुरुआत में कभी भी शुरू हो सकता है।
किराया: इन ट्रेनों का किराया राजधानी एक्सप्रेस के बराबर या उससे थोड़ा ज्यादा होने की उम्मीद है।
आधुनिक सुविधाएं और डिजाइन
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए बनाया गया है। इसमें कई आधुनिक सुविधाएँ होंगी:
- सुरक्षा: सीसीटीवी कैमरे, आधुनिक अग्नि सुरक्षा प्रणाली और क्रैश बफर्स।
- आराम: गद्देदार बर्थ, स्वचालित दरवाजे और ऑनबोर्ड वाई-फाई।
- अन्य सुविधाएं: हर कोच में एलईडी स्क्रीन, ऑनबोर्ड घोषणा सुविधाएं और वाई-फाई की सुविधा होगी।
- क्षमता: इन ट्रेनों में एसी प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कोच होंगे, जिनकी कुल यात्री क्षमता 1128 होगी।
कितनी ट्रेनें हो रही हैं तैयार?
- अभी 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण चल रहा है।
- इसके अलावा, चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने 50 और वंदे भारत स्लीपर रैक बनाने का काम भी शुरू कर दिया है।
- रेलवे ने 200 वंदे भारत स्लीपर रेक के निर्माण का ठेका भी दिया है, जिनमें से 120 ट्रेनों में 16 कोच होंगे।
चल रही ट्रेनों में भी बढ़ेंगे कोच
यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए, रेलवे ने कुछ लोकप्रिय रूट्स पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में कोच की संख्या बढ़ाने का भी फैसला किया है।
- तीन वंदे भारत ट्रेनों को 16 कोच से बढ़ाकर 20 कोच का किया जाएगा।
- चार वंदे भारत ट्रेनों को 8 कोच से बढ़ाकर 16 कोच का किया जाएगा।