उत्तर बंगाल में बाढ़ से हालात खराब, CM ममता बोलीं- केंद्र सरकार नहीं कर रही मदद
punjabkesari.in Sunday, Sep 29, 2024 - 10:23 PM (IST)
कोलकाता/सिलीगुड़ीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को उत्तरी जिलों में बाढ़ की स्थिति को ‘‘खतरनाक'' बताया और दावा किया कि राज्य को इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार से सहायता नहीं मिल रही है। बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार युद्ध स्तर पर बाढ़ से निपट रही है। मुख्यमंत्री ने सिलीगुड़ी जाते समय कहा, ‘‘उत्तर बंगाल बाढ़ की चपेट में है। कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जैसे जिले प्रभावित हुए हैं। कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण, बिहार के कई स्थान और बंगाल के मालदा और दक्षिण दिनाजपुर जिले निकट भविष्य में प्रभावित होंगे।''
केंद्र सरकार पर आपदाओं से निपटने में राज्य की मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारे बार-बार याद दिलाने के बावजूद केंद्र ने फरक्का बैराज का रखरखाव कार्य नहीं किया और इसकी जल-धारण क्षमता काफी हद तक कम हो गई है।'' शाम में, मुख्यमंत्री ने सिलीगुड़ी में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और हालात का जायजा लिया। बैठक के बाद जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या वह केंद्र से फिर संपर्क करेंगी, तो बनर्जी ने कहा, ‘‘अगर मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगी, तो उनका कोई मंत्री जवाब देगा। यह सही नहीं है। (हो सकता है) मैं फिर से इसमें सुधार करूंगी और दूसरा पत्र भेजूंगी।'' राज्य में बाढ़ आने के मद्देनजर बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दो बार पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोसी नदी पर बने बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, कूचबिहार सहित छह जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘केवल बंगाल ही नहीं, बिहार भी बाढ़ के खतरे का सामना कर रहा है। हमने स्थिति पर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया है। हम दो अक्टूबर तक अलर्ट पर रहेंगे। हम लोगों और पूजा समितियों से आग्रह करते हैं कि वे इस समय बाढ़ प्रभावित लोगों का साथ दें।''
सिलीगुड़ी जाते समय कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पश्चिम बंगाल का दौरा ‘‘केवल चुनावों के दौरान करते हैं, लेकिन जब सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब राज्य को भूल जाते हैं।'' बनर्जी ने दावा किया, ‘‘केवल बंगाल को बाढ़ अनुदान से वंचित किया जा रहा है।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी ओर से स्थिति से युद्ध स्तर पर निपट रही है और नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास कर रही है। एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग के कुछ हिस्से भूस्खलन से प्रभावित हैं और राज्य प्रशासन सेना की मदद से सड़क संपर्क बहाल करने के लिए काम कर रहा है।
बनर्जी ने कहा कि हाल में बाढ़ के दौरान नाव पलटने से दो लोग डूब गए, जबकि दो अन्य प्रवासी मजदूरों की भी इस आपदा में मौत हो गई। जलपाईगुड़ी में बिजली का करंट लगने से एक परिवार के चार सदस्यों की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने सभी से सतर्क रहने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को नुकसान न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उनकी सरकार ने फसल बीमा कराने की समय-सीमा 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।