बच्चों के लिए मिसाल बनी 10वीं की निशा
punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 01:24 PM (IST)
ऊधमपुर (सौरभ): खुले में शौच से मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान में मिसाल बन कर उभरी चिनैनी तहसील के कुद की रहने वाली 10वीं कक्षा की छात्रा निशा के घर पर प्रशासन ने शौचालय का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया है। निशा की यह जिद उन लोगों के लिए भी सबक बन गई है, जिन लोगों ने अपनी सहूलियत के लिए लाखों रुपए खर्च कर मकान तो बना रखे हैं, परंतु उनमें शौचालय का निर्माण नहीं करवाया। इसकी वजह से उनके परिवार की बच्चियों एवं महिलाओं को हर बार शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ता है।
जिला प्रशासन की ओर से 14 मार्च को हायर सैकेंडरी स्कूल कुद में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें स्कूली बच्चों को खुले में शौच न करने और घरों में शौचालय का निर्माण करने के प्रति जागरूकता संदेश देने की कोशिश की गई। इसी से प्रेरित होकर निशा ने अपने घर जाकर अपने माता-पिता से भी शौचालय बनाने की मांग की और पिता के मना करने पर अनशन पर बैठ गई थी। निशा के मुताबिक वह पहले भी कई बार स्वच्छ भारत मिशन के बारे में सुन चुकी थी, जिसके चलते उसने अपने पिता से घर में शौचालय बनाने को कहा, लेकिन दिहाड़ी लगाकर दो वक्त की रोटी कमाने वाले उसके पिता संजय कुमार ने अपने आर्थिक हालात का हवाला देकर उसे टाल दिया।
स्कूल से प्रेरणा हासिल कर घर पहुंची निशा ने अपने पिता से एक बार फिर शौचालय बनाने की मांग की और अनशन पर बैठने की चेतावनी दी। जब उसकी बात पर अमल नहीं हुआ तो उसने अनशन शुरू कर दिया। परिजनों ने उसे समझाने की काफी कोशिश की और अपनी गरीबी का हवाला भी दिया, परन्तु वह नहीं मानी। यह खबर 3 दिनों में पूरे जिले में फैल गई। कई लोग एवं संगठनों के सदस्य निशा से मिलने पहुंचे, परंतु बच्ची ने अनशन खत्म नहीं किया। ऐसे में आज शौचालय का घर में काम शुरू होने से स्वच्छ भारत मिशन की निशा मिसाल बन चुकी है।