इमरजेंसी पर बोले सिक्किम के मुख्यमंत्री, कहा– आपातकाल याद दिलाता है कि लोकतंत्र को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए
punjabkesari.in Wednesday, Jun 25, 2025 - 05:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने बुधवार को ‘संविधान हत्या दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देश में 1975 में लगाए गए आपातकाल को लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चेतावनी बताया। उन्होंने कहा कि यह दिन देश को याद दिलाता है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए निरंतर सतर्कता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान जरूरी है।
मुख्यमंत्री तमांग ने मनन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “25 जून का दिन हमें उस काले दौर की याद दिलाता है, जब देश की संवैधानिक व्यवस्था को खतरे में डाल दिया गया था। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक है कि लोकतंत्र को कभी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि न्याय, स्वतंत्रता और समानता की नींव है, जो हर नागरिक को सशक्त बनाता है और शासन को उत्तरदायी ठहराता है।
मुख्यमंत्री ने आपातकाल के विरोध में खड़े हुए नेताओं और नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “उनका साहस और बलिदान आज भी हमें प्रेरणा देता है। कई लोगों ने जेल और उत्पीड़न का सामना किया, लेकिन लोकतंत्र की रक्षा के लिए पीछे नहीं हटे।” तमांग ने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सजग नागरिक बनें और अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को समझें।