राहुल गांधी से मिलीं उन्नाव रेप पीड़िता; बोलीं- अब पीएम मोदी से भी मिलना चाहती हूं
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 07:21 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बुधवार को दिल्ली की सड़कों पर हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उनकी माँ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास 10 जनपथ पहुँचीं। राहुल गांधी से मुलाकात से पहले मीडिया से बात करते हुए पीड़िता बेहद भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा, "मैं यहाँ अपना दुख और संघर्ष साझा करने आई हूँ क्योंकि हमें सड़कों पर प्रदर्शन भी नहीं करने दिया जा रहा।" इसी दौरान उन्होंने एक बड़ी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि वे केवल विपक्ष के नेताओं से ही नहीं, बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलना चाहती हैं ताकि उन्हें बता सकें कि एक 'शक्तिशाली' अपराधी के बाहर आने से उनका परिवार कितना डरा हुआ है।
ये भी पढ़ें- Quit Alcohol Effects: अचानक शराब छोड़ने के बाद उड़ जाती है रातों की नींद, शरीर में दिखने लगते हैं ये बड़े बदलाव
राहुल गांधी का सोशल मीडिया पर 'आक्रामक' रुख
राहुल गांधी ने इस मुलाकात से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक बेहद कड़ा संदेश जारी किया था। उन्होंने दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा पीड़िता और उनकी माँ को इंडिया गेट से जबरन हटाए जाने की घटना की निंदा की। राहुल ने लिखा, "क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या उसकी गलती यह है कि वह न्याय के लिए आवाज उठा रही है?" उन्होंने पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मिली जमानत को 'शर्मनाक' करार देते हुए कहा कि जब अपराधियों को संरक्षण मिले और पीड़ितों के साथ अपराधियों जैसा सलूक हो, तो समझ लेना चाहिए कि हम एक "मरा हुआ समाज" बनते जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- PAN-Aadhaar Linking 2025: 31 दिसंबर के बाद अगर PAN Card हो गया बंद तो हो सकते ये बड़े नुक्सान, जल्दी से करें चेक
इंडिया गेट से हटाया गया, पुलिस पर बदसलूकी के आरोप
पिछले कुछ दिनों से पीड़िता और उनकी माँ इंडिया गेट पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही थीं। उनकी मांग थी कि दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा कुलदीप सिंह सेंगर की सजा को निलंबित करने के फैसले को पलटा जाए। हालांकि, बुधवार सुबह दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ ने उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वहां से हटा दिया। इस दौरान पीड़िता की माँ ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें चलती बस से कूदने पर मजबूर किया गया। राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में इन घटनाओं को लोकतंत्र के लिए 'अपराध' बताया और कहा कि पीड़िता सम्मान और सुरक्षा की हकदार है, न कि बेबसी और भय की।
ये भी पढ़ें- Trump-Munir Friendship: ट्रंप-मुनीर की बढ़ती दोस्ती पर कांग्रेस का वार, पूछा- मोदी सरकार चुप क्यों है?
न्याय की लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट की ओर
10 जनपथ पर हुई इस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी इस मामले को कानूनी और राजनीतिक रूप से और बड़ा बनाएगी। पीड़िता ने स्पष्ट किया है कि कुलदीप सिंह सेंगर के पास पैसा और रसूख है, जिसका इस्तेमाल वह उन्हें डराने के लिए कर रहा है। परिवार का कहना है कि वे हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। राहुल गांधी ने आश्वासन दिया है कि वे इस लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं। अब देखना यह होगा कि क्या प्रधानमंत्री कार्यालय पीड़िता की उस गुहार पर ध्यान देता है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से मिलने का वक्त माँगा है।
