क्रूरता की हद! गुस्से में अंधे भाई ने की रिश्ते की सारी हदें पार, दांतों से प्राइवेट पार्ट...
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 01:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश के सीधी ज़िले से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने रिश्तों की सारी हदें तोड़ दी हैं. कमर्जी थाना क्षेत्र के चिलरी गांव में एक बड़े भाई ने मामूली विवाद के चलते अपने ही छोटे भाई का प्राइवेट पार्ट दांतों से काट लिया. ये खौफनाक घटना पीड़ित की पत्नी और बेटे के सामने हुई जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई है.
मोबाइल देखने को लेकर शुरू हुआ विवाद
घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब घायल श्यामसुंदर साहू का बेटा मोबाइल देख रहा था. इसी बात पर बड़ा भाई नाराज़ हो गया और उसने बेटे को टोकना शुरू कर दिया. बेटे को मना करने के बाद भी गुस्से में आग-बबूला हुए बड़े भाई ने श्यामसुंदर पर जानलेवा हमला कर दिया.
घायल की पत्नी नीता साहू ने बताया, मैंने खुद देखा जेठ ने मेरे पति पर हमला किया. जान लेने पर उतारू था. अगर मैं नहीं रोकती तो आज पति और बेटा दोनों नहीं होते. हम तीनों ने जेठ को रोका वर्ना अनहोनी तो हो ही जाती.
यह भी पढ़ें: अहमदाबाद हादसा: क्रैश की जांच में मिली बड़ी कामयाबी, मिला दूसरा ब्लैक बॉक्स, अब सामने आएगा हादसे का पूरा सच
श्यामसुंदर साहू ने बताया, मेरा बेटा मोबाइल देख रहा था मेरे बड़े भाई को बुरा लग गया. पहले मेरे बेटे को टोका फिर मुझ पर टूट पड़े. मेरी पत्नी ने जान बचाई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
पत्नी बनी ढाल, पति खून से लथपथ
घटना के समय श्यामसुंदर की पत्नी और बेटा मौजूद थे. महिला ने जब बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपी ने धारदार हथियार ढूंढना शुरू कर दिया और जान से मारने की धमकी दी. पत्नी ने अपनी जान जोखिम में डालकर पति को बचाया लेकिन तब तक श्यामसुंदर खून से लथपथ हो चुके थे. घायल श्यामसुंदर को गंभीर हालत में जिला अस्पताल सीधी में भर्ती कराया गया है. उनकी पत्नी नीता साहू ने बताया कि यह हमला पूरी तरह योजनाबद्ध और क्रूरता से किया गया था.
पुलिस ने मामला दर्ज किया
कमर्जी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है लेकिन पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि मेडिकल रिपोर्ट आने तक ठोस कार्रवाई संभव नहीं है. यही वजह है कि आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है जिससे पीड़ित परिवार और गांव के लोग दहशत में हैं.
यह भी पढ़ें: ताबड़तोड़ गोलियों से छलनी हुआ यह मुस्लिम गांव, गई 100 लोगों की जान, चीखों से मचा कोहराम
सीधी में 5 साल में चौथी घटना
मध्य प्रदेश के सीधी ज़िले में हालिया हुई यह बर्बर घटना एक बार फिर कानून व्यवस्था और प्रशासनिक सक्रियता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है. यह पिछले पांच सालों में चौथी बार है जब किसी व्यक्ति पर प्राइवेट पार्ट को निशाना बनाकर हमला किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बार पुलिस शुरुआती FIR तो दर्ज करती है लेकिन मेडिकल रिपोर्ट और अन्य प्रक्रियाओं का हवाला देकर कार्रवाई टाल देती है. यही वजह है कि आरोपी अक्सर खुलेआम घूमते रहते हैं जिससे पीड़ित परिवार और आसपास के लोग डर और असुरक्षा में जीते हैं.
पुनरावृत्ति की मुख्य वजह कार्रवाई की कमी और सख्त सजा का अभाव मानी जा रही है. लोगों की मांग है कि अब ऐसी घटनाओं पर त्वरित और उदाहरण बनने वाली कार्रवाई हो ताकि आने वाले समय में कोई रिश्तों को इस तरह शर्मसार न कर सके. प्रशासनिक लापरवाही ने लोगों में गहरी नाराजगी और अविश्वास भर दिया है.