शॉकिंग! फोन पर बोला जय हिंद, जय भारतीय सेना... और फिर अकाउंट से उड़ गए 200000
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 12:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बेंगलुरु के बांदीपल्या में रहने वाली हरिणी (बदला हुआ नाम) के साथ हाल ही में एक ऐसी घटना घटी, जिसने साइबर अपराध के नए और खतरनाक तरीके को उजागर किया है। देशभक्ति की आड़ में ठगों ने एक दंपति से लाखों रुपये ठग लिए।
नौकरी के नाम पर आया सुनहरा मौका, निकला बड़ा धोखा
हरिणी एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ी हुई थीं, जिसमें देशभर के ट्रेनर शामिल थे और अक्सर नौकरी के अवसरों की जानकारी साझा की जाती थी। एक दिन उन्हें ग्रुप में एक मैसेज मिला कि बेंगलुरु का आर्मी पब्लिक स्कूल अनुशासन और संचार कौशल के लिए एक प्रशिक्षक की तलाश में है। मैसेज के साथ एक फोन नंबर भी दिया गया था।
मौके को देखते हुए हरिणी ने उत्साह में उन्होंने तुरंत उस नंबर पर कॉल किया। दूसरी तरफ से बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को APS का प्रशासनिक कर्मचारी बताते हुए नौकरी की सभी आवश्यकताओं को समझाया। उसने बताया कि दो घंटे के काम के लिए प्रति घंटे ₹5,000 मिलेंगे। व्यक्ति ने हरिणी को भरोसा दिलाया कि स्कूल का प्रभारी जल्द ही उनसे संपर्क करेगा। हरिणी को लगा कि यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर है।
'प्रोटोकॉल' के नाम पर मांगी आधार और UPI जानकारी
कुछ ही देर बाद हरिणी को एक और नंबर से व्हाट्सएप वॉयस कॉल आया। कॉल करने वाले ने दावा किया कि वह एमजी रोड पर स्थित APS कैंपस से बोल रहा है। उसने हरिणी की प्रोफाइल की खूब तारीफ की और कहा कि स्कूल उनकी सेवाएं लेने के लिए उत्सुक है।
ठग ने एक 'प्रोटोकॉल' की बात की। उसने कहा कि चूंकि यह एक सैन्य संस्थान है, हरिणी को वेंडर के रूप में पंजीकरण करना होगा। ठग की बातों पर विश्वास करके हरिणी ने अपना आधार नंबर शेयर कर दिया।
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इसके बाद ठग ने अगला कदम बताते हुए डिजिटल भुगतान पंजीकरणकरने के लिए कहा। उसने हरिणी से कहा कि उन्हें अपना UPI ID लिंक करना होगा और एक OTP प्रक्रिया पूरी करनी होगी। हरिणी ने बिना सोचे-समझे निर्देशों का पालन किया और OTP के साथ अपना UPI पिन भी डाल दिया। कुछ ही सेकंड में हरिणी के खाते से ₹26,000 निकाल लिए गए।
'जय हिंद' कहकर पति को भी बनाया शिकार
जब हरिणी ने विरोध किया और पैसों के निकलने की बात कही, तो ठग ने उन्हें कॉल पर ही रोके रखा। अपनी बात को विश्वसनीय बनाने के लिए उसने हरिणी को एक नकली सैन्य आईडी भेजी और बार-बार देशभक्ति का सहारा लिया। वह लगातार 'जय हिंद', 'जय इंडियन आर्मी' जैसे शब्द बोलता रहा, जिससे हरिणी को उस आदमी पर पूरा भरोसा हो गया।
इसके बाद ठग ने हरिणी से एक वैकल्पिक फोन नंबर मांगा। हरिणी ने अपने पति दिनेश का नंबर दे दिया। ठगों ने वही चाल दिनेश के साथ भी दोहराई। उन्होंने दिनेश के साथ भी देशभक्ति की भावनाओं का इस्तेमाल किया और उन्हें भी उसी धोखाधड़ी प्रक्रिया में फंसाया। इस बार चार अलग-अलग लेन-देन में दिनेश के खाते से लगभग ₹1.9 लाख निकाल लिए गए।
एक घंटे में ₹2.1 लाख का नुकसान, पुलिस जांच शुरू
एक घंटे के भीतर इस दंपति ने ₹2.1 लाख से अधिक गंवा दिए। इस धोखाधड़ी से सदमे में डूबे दिनेश ने शुक्रवार को बांदीपल्या पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दंपति ने अपने बैंक और राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) से भी संपर्क किया। पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और ठगों के बैंक खातों को फ्रीज करने की कोशिश कर रही है।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे साइबर ठग अब लोगों की भावनाओं, खासकर देशभक्ति का फायदा उठाकर उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे किसी भी अज्ञात कॉल या मैसेज पर विश्वास न करें जो आपसे OTP या UPI पिन मांगने के लिए किसी 'प्रोटोकॉल' या 'पंजीकरण' का बहाना बनाता है।