नई नहीं, 53 साल पुरानी है शिवसेना-कांग्रेस की दोस्ती

punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2019 - 01:33 PM (IST)

नेशनल डेस्कः शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अब महाराष्ट्र में ठाकरे राज हो गया है। उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी की मदद से महाराष्ट्र में सरकार बनाई है। महाराष्ट्र चुनाव के 36 दिनों बाद आखिरकार ठाकरे का राज तिलक हुआ। वहीं शिवसेना और कांग्रेस के बीच गठजोड़ को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं तो यहां आपको बता दें कि इन दोनों की दोस्ती नई नहीं है। 53 साल में 5 ऐसे बड़े मौके आए हैं जब शिवसेना-कांग्रेस ने एक-दूसरे का सहयोग किया।

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  • 1966 में बाल ठाकरे ने शिवसेना पार्टी बनाई थी। उनको तत्कालीन सीएम वसंतराव नाईक का समर्थन मिला, जिस वजह से शिवसेना को वसंत सेना कहा जाने लगा।
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  • 1967 में शिवसेना की पहली चुनावी रैली में कांग्रेस नेता रामाराव अदिक पहुंचे थे।
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  • 1971 में शिवसेना ने अपना पहला चुनाव के कामराज की कांग्रेस सिंडिकेट के साथ मिलकर लड़ा था। हालांकि बाद में इंदिरा वाली कांग्रेस का गुट ही कांग्रेस के रूप में अस्तित्व में आया। तबसे इंदिरा गांधी के साथ शिवसेना के संबंध अच्छे बने रहे।
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  • 1977 के लोस व 1980 के विस चुनाव में कांग्रेस का शिवसेना ने किया प्रचार। ए.आर अंतुले और ठाकरे अच्छे दोस्त थे। इसलिए ठाकरे ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे और कांग्रेस का समर्थन किया।
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  • 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए समर्थित भैरो सिंह शेखावत की जगह यूपीए की उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया।
  • इसी तरह 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी का समर्थन किया।
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Seema Sharma

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