बेटे के सवाल पर शशि थरूर का जवाब, ऑपरेशन सिंदूर की कूटनीतिक सफलता की मिसाल

punjabkesari.in Friday, Jun 06, 2025 - 01:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में अमेरिका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्री शशि थरूर के बेटे ईशान थरूर ने उनसे सवाल पूछा। ईशान, जो वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार हैं, ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े सबूतों को लेकर सवाल किया। शशि थरूर ने बड़े ही आत्मविश्वास और विस्तार से जवाब दिया, जिससे ऑपरेशन सिंदूर की सैन्य और कूटनीतिक सफलता सामने आई।

पहलगाम हमले के हमलावरों की पहचान

शशि थरूर ने बताया कि पहलगाम हमले में शामिल पांच हमलावरों में से चार की पहचान हो चुकी है। इनमें दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकवादी हैं, जिन्होंने 10 साल पहले पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य हमला नहीं था, बल्कि एक योजनाबद्ध सैन्य ऑपरेशन था, जिस पर भारत ने जवाबी कार्रवाई की।

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क्या दुनिया ने भारत से सबूत मांगे?

ईशान के सवाल पर शशि थरूर ने कहा कि किसी भी देश ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ सबूत मांगे नहीं। इसका कारण यह है कि भारत ने पूरी तरह आश्वस्त होकर कार्रवाई की है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पता है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है।

पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर विश्व समुदाय का भरोसा

शशि थरूर ने तीन मुख्य वजहें बताईं जिनकी वजह से दुनिया पाकिस्तान के दावों पर भरोसा नहीं करती:

  1. आतंकवाद का लंबा इतिहास – पाकिस्तान लगातार इनकार करता रहा है, पर सबूत मौजूद हैं।
  2. आतंकी संगठन TRF की जिम्मेदारी – यह समूह लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा है, जिसने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
  3. आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी अफसरों की मौजूदगी – यह साफ करता है कि पाकिस्तान की फौज आतंकवाद में शामिल है।

ऑपरेशन सिंदूर: सैन्य और कूटनीतिक जीत

शशि थरूर के जवाबों से साफ है कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल सैन्य रूप से सफल रहा, बल्कि इसके कूटनीतिक परिणाम भी भारत के पक्ष में गए हैं। पाकिस्तान के झूठे दावों को दुनिया ने गंभीरता से नहीं लिया और भारत की कार्रवाई को उचित माना।

 


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News Editor

Radhika

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