समुंदर में नशे में चूर घूमती मिलीं शार्क, मांसपेशियों और जिगर में मिला कोकीन...वैज्ञानिकों ने किया ये चौकानें वाला खुलासा
punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2024 - 03:10 PM (IST)

Cocaine in Sharks: ब्राजील में शार्क पर किए गए एक अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए 13 शार्क के पोस्टमार्टम में उनमें कोकीन की पुष्टि हुई है। इस खोज ने दुनिया को चौंका कर रख दिया है। कोकीन ब्राजीलियन शार्पनोज प्रजाति के 13 शार्क की मांसपेशियों और जिगर में पाया गया। ब्राजील के रियो डी जेनेरियो के तट के पास 13 ब्राजीलियाई शार्पनोज़ शार्क पर यह अध्ययन किया गया था। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए परीक्षण में शार्क के 92 प्रतिशत मांसपेशियों और 23 प्रतिशत लिवर के नमूने भी लिए गए थे।
इसके बाद से समुद्री जीवों की सुरक्षा पर पड़े ड्रग्स के दुष्प्रभाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जिस समुद्री क्षेत्र में शार्क में ड्रग्स पाए गए हैं वह रियो डी जेनेरियो के पास का है। बताया जा रहा है कि इस जगह पर समुद्र के पानी में यह ड्रग्स पाया गया। वैज्ञानिकों के अनुसार, शार्क में कोकीन की सांद्रता काफी अधिक पाई गई। पहले जिन जीवों पर परीक्षण किया गया था, उससे 100 गुना अधिक सांद्रता शार्क में मिली है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोकीन ब्रेन पर सीधा असर करती है। इससे उनका व्यवहार अनियमित हो सकता है। इसके साथ ही यह शार्क की आंखों को भी प्रभावित करता है, जिससे उनका विजन कमजोर हो सकता है। साथ ही इसका असर शार्क के शिकार करने की क्षमता पर भी पड़ता है और उनकी उम्र भी कम हो सकती है। इस मामले में आगे और अध्ययन की बात कही जा रही है।
समुद्र में कैसे पहुंचा कोकीन
समुद्र में कोकीन कैसे पहुंचा, इसकी कोई खास पुष्टि तो नहीं हो सकी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि दवाइयों की प्रयोगशालाओं से आ रहे ड्रेनेज का पानी समुद्र में मिल रहा है और उनमें मौजूद ड्रग मछलियों तक पहुंच रहा है।
ड्रग्स के असर से पागल हो सकती हैं शार्क
डॉ. रेचल एन हाउसर-डेविस (Dr. Rachel Ann Hauser-Davies), जो (Shark Research) रिसर्च टीम की सदस्य हैं, उन्होंने बताया कि मैक्सिको और फ्लोरिडा के विपरीत, यहां समुद्र में कोकीन की गांठें बहुत ज्यादा नहीं डाली जाती हैं। इससे यह संभावना बनती है कि शार्क ने इन गांठों को खाया हो। ताजा शोध से यह भी पता चला है कि ड्रग्स की वजह से शार्क पागल तक हो सकती है, इसके साथ ही इससे शार्क के शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।