मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूल में शर्मनाक हरकत, शिक्षक ने छात्रों को दी शराब

punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 12:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्यप्रदेश के कटनी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर अपने छात्रों को शराब देने का आरोप लगा है। यह मामला तब उजागर हुआ जब शिक्षक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में वह अपने छात्रों को कप में पेय पदार्थ देते नजर आ रहा है और एक छात्र से यह कहते सुना जा सकता है कि वह इसे पीने से पहले उसमें पानी मिला ले। घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

घटना का पूरा विवरण

यह घटना कटनी जिले के बरवारा ब्लॉक के खिरहनी गांव स्थित एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की है। आरोपी शिक्षक की पहचान लाल नवीन प्रताप सिंह के रूप में हुई है। वायरल वीडियो में वह एक बंद कमरे में स्कूल के छात्रों को पेय पदार्थ (संभवत: शराब) परोसता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में शिक्षक और छात्र स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं और शिक्षक खुद छात्रों को निर्देश दे रहा है कि वे उसे पानी के साथ मिलाकर पीएं।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिलाधिकारी दिलीप कुमार यादव ने इस पर संज्ञान लिया और जिला शिक्षा अधिकारी ओ.पी. सिंह को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। वीडियो की जांच के बाद शिक्षक की पहचान हुई और पुष्टि होते ही उसे निलंबित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि सिंह पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियमों के अंतर्गत कदाचार, बच्चों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित करना, और शिक्षक की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोपों में कार्रवाई की गई है।

शिक्षा क्षेत्र की गरिमा पर आघात

यह घटना शिक्षा क्षेत्र की मर्यादा और विद्यार्थियों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न उठाती है। शिक्षक, जिसे समाज में एक आदर्श और मार्गदर्शक की भूमिका में देखा जाता है, उसके द्वारा इस प्रकार की हरकत न केवल विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि समूचे शैक्षणिक व्यवस्था की छवि को भी नुकसान पहुंचाती है।

स्थानीय लोगों और अभिभावकों में आक्रोश

घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों और छात्रों के अभिभावकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। उन्होंने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। कई सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निगरानी और जवाबदेही के उपायों को सख्त किया जाए।

अगली कार्रवाई की तैयारी

प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि शिक्षक के खिलाफ विभागीय जांच के साथ-साथ आपराधिक मामला दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है। बच्चों से पूछताछ और मेडिकल परीक्षण के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Rahul Rana

Related News