10 grams Gold price: 1 सितंबर को सोने-चांदी की कीमतों में बड़ा उछाल, 10 ग्राम की नई कीमत जारी

punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 10:25 AM (IST)

 नेशनल डेस्क: सितंबर की शुरुआत के साथ ही देशभर में सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर महज एक दिन में 10 ग्राम सोने की कीमत में ₹1,136 की जोरदार बढ़ोतरी देखी गई है जिसके साथ ही सोने की कीमत 104932 पर पहुंच गया है। वहीं चांदी की कीमतों में 2,219 की बढ़ौतरी के साथ नई कीमत 122,699 पर है। निवेशकों के बीच अचानक बढ़ी हुई मांग, अंतरराष्ट्रीय व्यापार तनाव, और कमजोर होती भारतीय मुद्रा के चलते सोने और चांदी दोनों की कीमतों में भारी उछाल आया है।  

अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले बड़े संकेत
Mehta Equities के कमोडिटी वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री के अनुसार, बीते हफ्ते वैश्विक स्तर पर सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव को माना जा रहा है। अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर नए टैरिफ लगाए गए हैं, जिससे निवेशकों ने "सेफ हेवन" यानी सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने का रुख किया।

कमजोर होता रुपया बना कीमतों में तेजी का एक और कारण
राहुल कलंत्री का कहना है कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच चुका है। इससे आयात महंगा हो गया है, और उसी का सीधा असर स्थानीय बाजार में सोने की कीमतों पर पड़ा है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में:
गोल्ड फ्यूचर्स $3,500 प्रति ट्रॉय औंस के पार पहुंच गए — जो अब तक का रिकॉर्ड है।
सिल्वर फ्यूचर्स $40 के पार बंद हुए - 14 सालों में सबसे ऊंचा स्तर।

सोने-चांदी की तकनीकी स्थिति क्या कहती है?
राहुल कलंत्री ने सोने और चांदी की मौजूदा सपोर्ट और रेजिस्टेंस (तकनीकी सीमाएं) कुछ इस तरह बताई हैं:

डॉलर में भाव:
सोना:
सपोर्ट $3420–3395 | रेजिस्टेंस $3465–3480
चांदी: सपोर्ट $39.35–39.10 | रेजिस्टेंस $40.05–40.35

अमेरिका से आ सकता है बड़ा फैसला, बाजार कर रहा निगरानी
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट और Aspen Global Ventures की चेयरपर्सन अक्षा काम्बोज का मानना है कि आने वाला हफ्ता सोने के दामों के लिए निर्णायक हो सकता है। अमेरिका की एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को अवैध करार दिया है। इसके बाद अगर टैरिफ को हटाने या बदलने का कोई बड़ा फैसला होता है, तो यह कीमतों की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

क्या कीमतें अब गिरेंगी या और बढ़ेंगी?
कमजोर डॉलर, व्यापारिक तनाव और घरेलू स्तर पर कमजोर रुपया - ये सभी कारक फिलहाल सोने की कीमतों को ऊपर बनाए रखने का संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा इस हफ्ते अमेरिका में आने वाली नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट (रोजगार के आंकड़े) फेडरल रिजर्व की अगली ब्याज दरों पर फैसले को प्रभावित कर सकती है, जो बुलियन बाजार की चाल को तय करेंगे। अक्षा काम्बोज के अनुसार, "भारतीय बाजार में जब तक रुपया दबाव में है, तब तक सोने के दाम ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम से नीचे आने की संभावना बेहद कम है।"


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Content Writer

Anu Malhotra

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